श्रीनगर , 8 जुलाई : हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत की दूसरी बरसी पर अलगाववादियों के बंद के आह्वान को देखते हुये अधिकारियों द्वारा घाटी के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगाये जाने के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर के पांच थाना क्षेत्रों में रोक लगाई गई है।
उन्होंने बताया कि ग्रीष्मकालीन राजधानी के पांच थाना क्षेत्रों – नौहट्टा , खानयार , रैनावाड़ी , सफाकदल और महराजगंज – में रो लगाई गई है। यह सभी क्षेत्र पुराने शहर के इलाके में स्थित हैं।
अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के पुलवामा और त्राल उपनगरों में प्रतिबंध लगाया गया है।
उन्होंने बताया किसी अप्रिय स्थिति से बचने और कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अलगाववादियों ने वानी की मौत की दूसरी बरसी पर आज हड़ताल का आह्वान किया है। वानी त्राल का रहने वाला था और कश्मीर में आतंकवाद का पहचान था। आठ जुलाई 2016 को अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में वह मारा गया था।
ज्वाइंट रसिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) के बैनर तले अलगाववादियों ने पूर्ण बंद का आह्वान किया है और आज त्राल में एक जन सभा आयोजित करने की घोषणा भी की है।
कुलगाम में कल सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में एक लड़की सहित तीन युवा के मारे जाने पर जेआरएल ने आज लोगों से काला दिवस मनाने की अपील की है।
अधिकारी ने बताया कि बंद को देखते हुये श्रीनगर में दुकान , पेट्रोल पंप और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद हैं।
उन्होंने बताया कि सड़कों से सार्वजनिक परिवहन गायब हैं जबकि शहर के कुछ इलाकों में कुछेक निजी कार और ऑटोरिक्शा नजर आ रहे हैं।
एहतियाती उपाय के तौर पर पूरे कश्मीर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है। किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए पूरी घाटी में संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
अलगावादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद रखा गया है जबकि यासीन मलिक को शुक्रवार से हिरासत में हैं।
साभार एजेन्सी
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