शिमला।हिमाचल प्रदेश विधान सभा में चारनिर्दलीय विधायकों जो कांग्रेस पार्टी को समर्थन दे रहे है की सदस्यता को रदद करने के लिए भाजपा ने स्पीकर के सामने याचिका दायर की है। मंगलवार को विधानसभा में भाजपा के चीफ व्हिप सुरेश भारद्धाज ने संविधान के दसवें शैडयूल के तहत स्पीकर के पास एक याचिका दायर की जिसमें निर्दलीय विधायकों किरनेश जंग, पवन काजल, बलवीर सिंह वर्मा व मनोहर धीमान की विधान सभा सदस्यता खत्म करने का आग्रह किया है।
याचिका में आरोप लगाये हैं कि जनता ने सभी राजनैतिक दलों को नकारते हुये इन चारों विधायकों को निर्दलीय चुन कर भेजा है लेकिन इन चारों ने अब कांग्रेस के साथ मिल गये है। विधान सभा के अन्दर व बाहर इन निर्दलियों विधायकों का आचार और व्यवहार बिल्कुल कांग्रेस का ही है। यह अपने आपको कांग्रेस विधायक ही मान रहे हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह जी भी इन चारों को अपना कांग्रेस सदस्य ही मानते हैं। यह चारों निर्दलीय सदस्य लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रचार करते रहे है।
भारदवाज वअन्यभाजपा विधायकों ने याचिका के साथ एक प्रैस नोट की कापी लगाई जिसके मुताविक यह चारों निर्दलीय चुनकर आये विधायक कांग्रेस पार्टी के एसोसीयेट विधायक बन गये है।
भाजपा विधायकों के वकीलों का कहना है कि इन विधायकों ने संविधान के अनुछेद दस का उल्लघंन किया है। अब वह विधान सभा के सदस्य रहने के अयोग्य हो गए हैं, इन्होंने अपने विधान सभा क्षेत्र के वोटरों से भी धोखा कियाहै।
भाजपा विधायकों ने स्पीकर बुटेल से इन चारों विधायको कीे विधान सभा सदस्यता रद्द करने का आग्रह किया है।इस मौके परसुरेश भारदवाज के साथ प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतपाल सिंह सती, विधायक महेन्द्र सिंह ठाकुर और रणधीर शर्मा भी विधान सभा अध्यक्ष के समक्ष हाजिर हुए।
गौरतलब हो कि भाजपा ने पहले भी 2003 से 2007 तक की वीरभद्र सिंह की सरकार ने इसी तरह की एक याचिका दायर की थी।लेकिन बाद में भाजपा ने इस याचिका को परस्यू ही नहींकिया।ऐसेमें बड़ा सवाल यही है कि कहीं भाजपा इस बार इस मसले पर राजनीति वदबाव की ही राजनीति तो नहीं कर रही है।
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