शिमला। विजीलेंस ब्यूरो के अफसरों ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के पुत्र अनुराग ठाकुर कीहिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को जमीन देने के मामले में एक ही सप्ताह में प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक सानन से दूसरी बार पूछताछ करने के लिए राजधानी में डेरा डाला।
विजीलेंस ब्यूरो की टीम शुक्रवार को धर्मशाला से शिमला पहुंची। इससे पहले सोमवार से लेकर बुधवार तक विजीलेंस टीम राजधानी में रही और वरिष्ठ आईएएस अफसर दीपक सानन से पूछताछ की। सानन की गिनती अभी तक बेदाग अफसरों के रूप में होती रही है।लेकिन अतिरिक्त मुख्य सचिव तक पहुंचने के बाद उनपर वीरभद्र सिंह सरकार ने शिकंजा कसने का अभियान चलाया है।
सूत्रों के मुताबिक सप्ताह के शुरू के दौरान उनसे पूछताछ पूरी नहीं हो सकी थी। ऐसे में शुक्रवार को विजीलेंस की टीम दोबारा शिमला पहुंची।विजीलेंस के अफसरों ने टीम के शिमला पहुंचने की पुष्टि की। सानन से पूछताछ को प्रदेश सरकार के आला अफसर गुपचुप रखने की कोशिश करते रहे है। मीडिया को पहली बार हुई पूछताछ की भनक तक नहीं लगने दी गई।विजीलेंस सूत्रों के मुताबिक सानन अपने पहले वाले स्टैंड पर कायम रहे है। सरकार ने धूमल सरकार में ताकतवर आईएएस अफसर रहे दीपक सानन को इसी मामले में चार्जशीट भी किया हुआ है।
उनके अलावा इस मामले में कांगड़ा के तत्कालीन डीसी आर एस गुप्ता को भी चार्जशीट थमाई गई है।
पिछले दिनों चार्जशीट पर दिए अपने जवाब में सानन ने कहा था कि एचपीसीए के मामले में चुन –चुन कर अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जबकि इस मामले में मुख्यमंत्री के लाडले अफसर और रिटायरमेंट के बाद वीरभद्र सिंह के ओएसडी बने टीजी नेगी ने भी फाइलों पर साइन कर रखे है। लेकिन विजीलेंस और सरकार उन को टच नहीं कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक एचपीसीए मामले में वीरभद्र सिंह के इर्द गिर्द बैठे रिटायर व मौजूदा अफसरों ने कुछ न कुछ किया हुआ है। पूर्व आईएएस अफसर और वीरभद्र सिंह के सबसे ज्यादा लाडले अफसर सुभाष आहलुवालिया ने ही 2002 में बतौर डायरेक्टर स्पोटर्स एचपीसीए के साथ लीज डीड साइन कर रखी है।इसके अलावा टीसी जनारथा,टीजी नेगी,वीसी फारका समेत उनके इर्द गिर्द बैठी अफसरों की जुडंली ने धूमल पुत्र अनुराग ठाकुर की एचपीसीए के लिए इनायतें बरसाई है।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद अब वीरभद्र सिंह इन अफसरों को छेड़े बगैर अनुराग ठाकुर और धूमल की ईंट से ईंट बजा देने की मंशा पाले हुए है। लेकिन अब दिल्ली हाईकोर्ट में प्रशांत भूषण की ओर से याचिका दायर कर देने के बाद उनकी अपनी कुर्सी खतरे में पड़ गई। वह लगातर दिल्ली के दौरों पर है। उधर,सीबीआई को फरवरी तक अदालत में स्टेटस रिपोर्ट दायर करनी है।
ऐसे में दीपक सानन से विजीलेंस की ओर से की जा रही पूछताछ के कई मायने लगाए जा रहे है।समझा जा रहा है कि विजीलेंस का फंदा वीरभद्र सिंह के इर्द गिर्द बैठी जुंडली के गले में भी पड़ने वाला है।
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