शिमला। हिमाचल में लोकतंत्र के मंदिर विधानसभा के सदन में आज भाजपा व कांग्रेस विधायकों के बीच हाथापाई,तू-तड़ाक और नारेबाजी से लेकर अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल तक सब कुछ हुआ। हाथापाई के बाद मंत्रियों ने हस्तक्षेप कर किसी तरह लोकतंत्र की लाज बचाई अन्यथा जिस तरह से कांग्रेस विधायक नीरज भारती व भाजपा विधायक रणधीर शर्मा के बीच हाथापाई की नौबत आ गई उससे आज सदन में जमकर मारपीट हो जाती।
ये सब कुछ सदन के नेता व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल की मौजूदगी में हुआ व सारा नजारा उन स्कूली बच्चों ने भी देखा जो विधानसभा की कार्यवाही देखने दर्शक दीर्घा में बैठे थे। इन बच्चों ने वो सब सुना जो कांग्रेस व भाजपा विधायकों ने एक दूसरे को कहा।बेशक विधानसभा की कार्यवाही से स्पीकर ने बाद में बहुत कुछ हटा दिया।
प्रश्नकाल के बाद जैसे ही स्पीकर ने आगे की कार्यवाही शुरू की तो भाजपा विधायकों ने संजौली में छात्रा के साथ मारपीट पर चर्चा कराने की मांग की। भाजपा विधायक गोंबिंद ठाकुर ने प्वाइंट ऑफ आर्डर के तहत मामला उठाना चाहा। तो स्पीकर ने कहा कि उनके पास जब इस मामले को लेकर कुछ है ही नहीं तो वो कैसे इस पर चर्चा करा सकते है।उन्होंने कहा कि वो विपक्ष को इसकी इजाजत नहीं देंगे। इस पर भाजपा विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच मुख्यमंत्री खड़े हुए और उन्होंने कहा कि संजौली कॉलेज में गुंडागर्दी हुई है। प्रिंसिपल को ही नहीं उनकी बीवी को भी पीटा है। जिसमें एबीवीपी के अलावा भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता थे और संजौली के गुंडे भी थे। सीएम ने कहा कि ऐसा करके भाजपा गुंडागर्दी को बढावा दे रही है।इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पर माहौल गर्म हो गया और नारेबाजी शुरू हो गई। सीएम ने कहा कि जिन्होंने प्रिंसिपल पर हमला किया वो गुंडे थे।
सता दल की ओर से कांग्रेस विधायक नीरज भारती ने कुछ कहा इस पर भाजपा विधायकों की ओर से कई तरह की टिप्पणियां होने लगी। राजीव बिंदल और नीरज भारती के बीच तू तू ,मैं मैं हो गई और बात यहां तक बढ़ गई कि अगर हिम्मत है तो हाथ लगा कर बताओं। इस बीच सीएम उठे और उन्होंने सदन में कहा कि भाजपा विधायक ने सीपीएस के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। इनका स्तर इतना गिर गया है। इस पर भाजपा विधायक फिर भड़क गए। इधर,सता पक्ष की ओर से भी नारेबाजी शुरू हो गई। मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री और विधायक अपनी अपनी- सीटों पर खड़े हो गए, तो विपक्ष के सभी विधायक भी नारे बाजी करते रहे। बीच बीच में सीएम उठ कर कुछ न कुूछ बोलते रहे जो शोर शराबे के बीच गुम हो गया। इस बीच भारी हंगामें के बीच पूरा विपक्ष सदन के वेल में आ गया और भाजपा अध्यक्ष सतापल सती ने एक कागज सीएम को दिखाया जिसमें नीरज भारती के फेसबुक की पोस्ट थी। सीएम ने गुस्से के अंदाज में इसे अपने हाथ में लिया और बिना पढ़े इसे वहीं फाड़ डाला व पहले सती के हाथ में देने की कोशिश की व बाद में सती की ओर फेंक दिया।
इस बीच भारती पीछे की सीट से वेल में पहुंच चुके भाजपा विधायकों की ओर आए व उनके व भाजपा विधायक रणधीर शर्मा के बीच पहले नोक झोंक हुई और बाद में हाथापाई की स्थिति आ गई। इस बीच मंत्री बाली,प्रकाश चौधरी, मुकेश अग्निहोत्री,विधायक आशा कुमारी व संजय रतन समेत कई मंत्री बचाव में आए और भाजपा के विधायकों को पीछे किया।
इस बीच स्पीकर बी बी बुटेल ने स्थिति को संभालने की कोशिश करते हुए कहा विधायकों से कहा कि इस तरह का हंगामा न होने करे। भाजपा विधायक उनकी ओर मुखातिब होकर नारेबाजी करते रहे । इस पर स्पीकर ने करीब 15 मिनट तक सदन को स्थगित कर दिया। आखिर में नारेबाजी के बीच सभी भाजपा विधायकों ने वेल में ही धरीना दे दिया व नारेबाजी करते रहे। 12 बजकर ३५ मिनट दोबार सदन शुरू हुआ और भाजपा विधायकों की नारेबाजी के बीच सतापक्ष ने काम काज निपटाया।
इस बीच सीएम वीरभद्र सिंह ने हाईकोर्ट के आदेशों पर अवैध कब्जों पर की जा रही कार्रवाई से छोटे व सीमांत किसानों को राहत देने वाला एक प्रस्ताव सदन में पेश किया। इस प्रस्ताव के तहत हाईकोर्ट से आग्रह किया जाएगा कि जब तक सरकार कोई समुचित नीति या समाधान नहीं निकाल लेती तब तक अवैध कब्जों को हटाने की कार्यवाही स्थगित की जाए।
भाजपा विधायकों की नारेबाजी के बीच सीएम ने कहा कि सदन में महत्वपूर्ण प्रस्ताव लाया गया है लेकिन भाजपा को किसानों से कोई लेना देना नहीं है।वो राजनीति पर उतारू है।नारेबाजी के बीच प्रस्ताव को पारित कर दिया गया। सारा कामकाज निपटने के बाद स्पीकर ने विधानसभा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया
सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व विपक्ष के नेता प्रेम कुूुमार धूमल ने संवाददाताओं से अलग-अलग तौर पर बातचीत करते हुए कहा एक दूसरे पर सदन में हुए हंगामें का ठीकरा फोड़ा। धूमल ने कहा कि सरकार नहीं चाहती थी कि संजौली कॉलेज में प्रिंसीपल ने जिस तरह छात्रा के बाल खींचे व उसे घसीटा व प्रशासन व पुलिस मूक दर्शक बनी रही ,उस पर चर्चा हो। भाजपा ने नियम ६२ के तहत नोटिस दिया था। पर चर्चा का समय नहीं मिला। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सती सीएम को कुछ कागज दिखा रहे थे। उन्होंने कहा हालांकि वो फेसबुक को चलाते नहीं है।सीएम ने गुस्से में आकर उस कागज को फाड़ दिया और भाजपा अध्यक्ष पर फेंक दिया। ये छठी बार सीएम होने का दावा करने वाले नेता की गरिमा के खिलाफ था। ये शर्मनाक था। ये सती पर हमला नहीं पूरी भाजपा पर हमला था। इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर सती ने कहा कि अगर सीएम इसी तरह की भाषा बोलते रहे और बुजुर्ग होने का हवाला देते रहे तो वो घर बैठे । कोई गाली नहीं सुनेगा। उन्होंने कहा कि अगर सिथति नहीं सुधरी तो अब सड़कों पर टकराव होगा। भाजपा चुप नहीं बैठेगी।
उधर,सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि भाजपा संजौली कॉलेज में प्रिंसिपल पर हमला करने वालों के पक्ष में खड़े होकर गुंडागर्दी को बढ़ावा दे रहे है। ये गलत बात इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा गुंडागर्दी पर उतर आई है।भाजपा अध्यक्ष ने सीपीएस के खिलाफ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया। इसकी वजह से हंगामा हुआ। उनहोंने कहा कि वो खेद नहीं जताएंगे। भाजपा को उन्हीं की भाष में जवाब दिया जाएगा। धूमल अपने साथियों को काबू में नहीं रख सके।
सरकार आज किसानों को लेकर प्रस्ताव लाई थी। इस अहम मौके पर वो नारेबाजी करते रहे। प्रस्ताव को लेकर भाजपा का कोई योगदान नहीं है। ये सब कुछ कांग्रेस ने किया है। भाजपा में चार पांच विधायक है जो ऐसा करते है बाकी शालीन है।उन्होंने कहा कि इनके मंत्री राजन सुशांत ने ने २००२ में लोगों से शपथपत्र लिए , फोटू लगवाएं व वादा किया वो अवैध कब्जों को नियमित करा देंगे। लोग उसकी सजा आज तक भुगत रहे है।
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