चंडीगढ़ , 6 जुलाई : पंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा के.पी. सिंह ने आज स्वेच्छा से मोहाली के सिविल अस्पताल में अपना डोप परीक्षण कराया।
कल मुख्यमंत्री ने अमरिंदर सिंह ने भी कहा था कि वह डोप परीक्षण कराने को तैयार हैं।
कुछ तबकों की ओर से यह मांग की जा रही थी कि सियासतदानों को भी डोप परीक्षण कराना चाहिए क्योंकि यह सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए जरूरी हो गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह ऐसा परीक्षण कराना चाहते हैं और यह अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों के जमीर पर छोड़ते हैं कि वे परीक्षण कराना चाहते हैं या नहीं।
परीक्षण करा कर बाहर आए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा , ‘‘ यह बहुत दुखद है कि गुरूओं और प्रसिद्ध योद्धाओं की जमीन, पंजाब इस तरह के खतरे का सामना कर रही है। ’’
दागी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त करने के राज्य सरकार के फैसले की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा ‘‘ बल में कुछ दागी हैं लेकिन अधिकतर पुलिस अधिकारी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं। हमारी पुलिस बल मादक पदार्थ के खतरे का सामना करने के लिए सक्षम है क्योंकि इसने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। ’’
युवाओं को संवेदनशील करने का आह्वान करते हुए राणा के पी सिंह ने कहा कि नशीले पदार्थों की आवक को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी और बढ़ाने की जरूरत है।
कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने लुधियाना में अपना डोप परीक्षण कराया। इस बीच , नवांशहर से शिअद विधायक डॉ सुखविंदर कुमार ने भी अपना डोप परीक्षण कराया है।
परीक्षण रिपोर्ट साझा करते हुए डॉ कुमार ने कहा कि उन्होंने खुद परीक्षण कराया क्योंकि जो मानते हैं कि वह खुद सभी तरह के मादक पदार्थ के चंगुल से मुक्त हैं वही युवाओं से नशीले पदार्थों को छोड़ने को कह सकते हैं।
साभार एजेन्सी
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