शिमला। फीस बढ़ोतरी केखिलाफ विधानसभा केबाहर प्रदर्शन करने वाले एसएफआई छात्रों पर पुलिस का कहरटूटा। वीरवार को माकपा की ओर से पुलिस के बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज में घायल हुए छात्रों कीतस्वीरें मीडिया को जारीकी गई। माकपा नेएलान किया कि वो इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाएगी। एक डीएसपी राम लाल समेत बालूगंज थाने के एसएचओ व एकएएसआई केखिलाफ तो प्राथमिकी भी दर्ज करा दी है। इस कांडसे वामपंथियों में भारी रोष है। वामपंथियों ने आंदोलन के अलावा इसमामले को हर स्तर पर उठाने का एलान कर दिया है। साथ ही वीरभद्र सिंह सरकार से पूछा है किवो इस तरह की बर्बरता दिखाकर क्या दिखाने की कोशिश कर रहे है।
माकपा सचिवालय के सदस्य संजय चौहान,टिकेंद्र पंवर,कश्मीर सिंह औरकुलदीप सिंह तंवर ने कहा कि लाठी चार्ज तो हुआ हीउसके बाद पुलिस ने माकपा के राज्य माकपा कार्यालय पर हमला बोला और दरवजे तोड़ कर पुलिस अंदर घुसीऔर बुजुर्ग ऑफिस सचिव रमाकांत मिश्रा को घसीट कर ले गई। मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने बालूगंज थाने में उनकी आंखों के सामने एसएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष्ा शिवदासन को जमीन पर लिटा दिया और पुलिस वाले जूते समेत उन पर चढ़ गए।
पुलिस की बर्बरता की कहानी ये तस्वीरें साफ करती है-:
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