शिमला।पिछले करीब तीन सालों से बिना स्थाई कुलपति के सहारे चल रहे हिमाचल प्रदेश विवि के 15 सौ के करीब शिक्षकों और गैर शिक्षकों को आज महीने की तीन तारीख को भी वेतन नहीं मिला तो ये लोग आज तीन बजे के बाद नारेबाजी करते हुए विवि में कार्यालयों से बाहर आ गए और धरना दे दिया। इस मौके पर विवि प्रशासन व सुक्खू सरकाारके खिलाफ नारेबाजी की गई।
HPU के शिक्षकों और गैर शिक्षकों की यूनियनों ने एलान कर दिया है कि अगर सोमवार को तक वेतन खाते में नहीं आया तो शिक्षक सोमवार को कक्षाओं का और गैर शिक्षक कर्मचारी कार्यालय के कामकाज का बहिष्कार कर देंगे।
इन कर्मचारी व शिक्षक नेताओं का कहना है कि सचिव शिक्षा, सचिव वित और निदेशक शिक्षा के स्तर कुछ गड़बड़झाला कर वेतन को लटका दिया जाता हैं। जो जायज नहीं हैं।
अगर HPU के वित अधिकारी के पास जाते है तो वो कहते है कि उनकी ओर से वेतन का पूरा मामला 20 अप्रैल से पहले ही सरकार को भेज दिया गया था। लेकिन सरकार के स्तर पर ही अधिकारियों ने गौर नहीं किया।
HPU अधिकारी संघ के महासचिव नरेश शर्मा ने कहा कि पिछले महीने भी ऐसा ही हुआ था और इस बार ही ऐसा ही हो रहा है। सरकार के बाकी तमाम विभागों में वेतन पहली तारीख को मिल गया है लेकिन विवि में ऐसा होना अब आम हो गया हैं।
उन्होंने सरकार से मांग की कि विवि की ग्रांट को पहले की तरह सालाना तौर पर विवि के खाते में डाल दिया जाए ताकि किसी तरह की दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि कटोरा लेकर हर महीने सरकार के पास जाने की इस प्रथा को बंद करने की जरूरत है और इस प्रथा को समाप्त करने के लिए अब संघर्ष किया जाएगा।
वेतन न मिलने से आहत ये शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी विरोध जताने जब बाहर निकले तो इन्हें हिमाचल प्रदेश विवि अधिकारी संघ के महासचिव नरेश कुमार शर्मा महासचिव, हिमाचल विवि गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष ललित चौहान उपाध्याक्ष, हिमाचल प्रदेश विवि शिक्षक एसोसएिशन के अध्यक्ष नितिन व्यास और पूर्व महासचिव जोगेंद्र सकलानी के अलावा कार्यकारिणी परिषद की पूर्व सदस्य राजकुमारी ने भी संबोधित किया। इन सब पदाधिकारियों ने एलान किया कि अगर सोमवार को वेतन खाते में नहीं आया तो विवि में कामकाज ठप कर दिया जाएगा।
उधर, इस बावत जब विवि के प्रति कुलपति प्रोफेसर रोजेंद्र वर्मा से बात की गई तो उन्होंने reporterseye.com से दावा किया कि मामले को सुलझा लिया गया हैं व फाइल पर दस्तख्त हो गए हैं। प्रोफेसर वर्मा ने कहा क शिक्षा पर संसद की स्थाई समिति की एक टीम इन दिनों हिमाचल के दौरे पर हैं इसलिए ग्रांट की फाइल पर संबधित अधिकारी दस्तख्त नहीं कर पाए।
अब सब कुछ हो गया हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद विवि के लिए बजट का पूरा इंतजाम किया हुआ है और वह इसके लिए मुख्यमंत्री के आभारी हैं। ये पूछे जाने पर कि पिछले महीने भी ऐसा ही हुआ था, प्रोफेसर वर्मा ने कहा कि ये छोटी-मोटी चीजें हैं। सब कुछ ठीक हैं।
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