शिमला। राजधानी शिमला समेत पूरे प्रदेश में दो दो हजार रुपए के लिए हाहाकार मचा हुआ हैै। हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक समेत सभी बैंकों के आधे से ज्यादा एटीएम या तो बंद है या फिर उनमें पैसे नहीं है। प्रदेश सहकारी बैंक के शिमला में ही पिछले तीन दिनोंं से एटीएम नहीं चल रहे । उनमें शटर गिराया हुआ है।
बैंकों में नोट बदलने व पैसे निकालने के लिए लंबी लंबी लाइनेंं लगानी पड़ रही है । सबसे ज्यादा हैरान प्रदेश के सहकारी बैंक ने किया है। राजधानी शिमला में ही जहां बैंक का मुख्यालय भी हैं, वहीं पर एटीएम के शटर गिराए हुए है।ये एटीएम पिछले तीन दिनों से बंद है।देश के बड़े बैंक एसबीआई के प्रदेश व शहर में स्थित एमटीएम का भी यही हाल है।या तो उनमें से अधिकांश बंद पड़े हैं या उनमें पैसें नहीं है। इसके अलावा जिनमें पैसे हैं भी वहां भी लंबी कतारें लगी है।
राजधानी शिमला में लोगों की परेशानियों को देखते हुए आज डीसी रोहन चंद ठाकुर ने बैंकर्स की बैठक ली। उन्होंने खानापूर्ति के लिए निर्देश भी दिए। चूंकि पैसे केंद्र सरकार /केंद्रीय बैंक की ओर से भेजे जाने हैं ऐसे में डीसी को नहीं सरकार को केंद्र सरकार से बात करनी चाहिए थी । लेनि ऐसा हुआ नहीं है।
बहरहाल,प्रदेश में जहां लोगों को दो -दो हजार रुपए के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है वहीं काले धन को सफेद करने के भी कई नायाब तरीके निकाले जा रहेे है। कोई प्रवासी मजदूरों का सहारा ले रहा है तो कोई रिश्तेदारों व कम पैसों वालों से जुगाड़ भिड़ा रहा है।
म विभाग की ओर से जानकारियां भी ली जा रही है।उधर, आयकर विभाग की ओर से लगातार सभी बैंकों पर निगाह रखी जा रही है।अपर शिमला में बैंकों की शाखाओं पर खास निगाह रखी जा रही है।इनकम विभाग के सूत्रों के मुताबिक जिस दिन नोटबंदी की घोषणा हुई तभी से यहां पर कई कुछ हुआ है।
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