इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत यानी आइसीसी ने गाजा वार में वार क्राइम के लिए अरेस्ट वारंट जारी किया है। नेतन्याहू के अलावा इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री और हमास मिलिटरी नेता मोहम्मद दइफ के खिलाफ भी अरेस्ट वारंट जारी किए है।
अब नेतन्याहू, पूर्व रक्षा मंत्री और हमास के मोहम्मद दइफ पर गिरफतारी की तलवार लटक गई है।अगर अब दुनिया के 124 देशों में कहीं भी ये नेता यात्रा पर गए तो इन्हें गिरफतार किया जा सकता।इजरायल ने दावा किया था कि दइफ को एयरस्ट्राइक में मार दिया था लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्राइम कोर्ट के प्री ट्रायल चैंबर ने कहा कि वो इस हत्या को लेकर वो तमाम तरह की जानकारियां एकत्रित करता रहेगा ताकि उसकी मौत को सत्यापित किया जा सके।
चैंबर ने दावा किया कि युद्ध के जरिए भूखमरी का तरीका अपनाने,मानवता की हत्या का अपराध, कत्लेआम और अमानवीय कृतयों जैसे वार क्राइम में शामिल रहा है इसके तमाम तरह के सबूत मौजूद है।
तीन जजों के पैनल ने कहा कि इसके अलावा दइफ के खिलाफ भी तमाम तरह के सबूत कि वो 7 अक्तूबर 2023 को इजरायल पर हममला करने के लिए जिम्मेदार है।इस हमले में 12सौ के करीब लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 250 के करीब इजरायली नागरिकों का अपहरण कर लिया था।
हालांकि इस कदम का अमेरिका ने विरोध किया है।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि ये गलत है और अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा रहेगा।
नेतन्याहू ने भी चैंबर के इस कदम की आलोचना की है और इसे इजरायली विरोधी करार दिया हैं। नेतन्याहू ने कहा कि इस तरह के इजरायली विरोधी कदम अपने मुल्क की रक्षा करने से उन्हें रोक नहीं सकते
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