शिमला। आर्थिक संकट से घिरे प्रदेश की 2019-20 के लिए आर्थिक वृद्वि दर गिर कर 5.6 फीसद तक पहुंच गई है। यह दीगर है कि यह वृद्वि दर राष्टÑीय विकास दर से ज्यादा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से सदन में आज पेश किए गए आर्थिक सर्वे में यह खुलासा हुआ है।
यह आर्थिक वृद्वि दर 1992-97 की नवीं पंचवर्षीय योजना से लेकर 2012-17 तक की बारहवीं पंचवर्षीय योजना व उसकी बाद की सालाना योजनाओं में सबसे कम है। आर्थिक सर्वे के मुताबिक 2018-19 में प्रदेश की आर्थिक विकास दर 7.1 फीसद आंकी गई थी जबकि 2017-18 में यह 6.8 फीसद थी।
प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान घटकर 2018-19 में 8.4 फीसद रह गया है जबकि 1990-91 में ये 26.5 फीसद था। इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन में भी प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। कृषि वानिकी ,मत्स्य पालन व खनन व उत्खनन की सालाना वृद्वि दर माइनस 1.7 फीसद दर्ज की गई है।
इसके अलावा विनिर्माण,बिजली, गैस और पानी की आपूर्ति की वृद्वि दर पिछल्ले साल के 8.6 फीसद के मुकाबले गिर कर 8 फीसद तक पहुंची है जबकि परिवहन,संचार व व्यापार की वृद्वि दर पिछल्ले साल के 5.7 फीसद के मुकाबले 4.6 फीसद आंकी गई है।
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक 2018-19 में प्राथमिक क्षेत्र की वृद्वि दर माइनस1.7 फीसद की रफतार से नकारात्मक हो गई है। इसके अलावा खाद्य उत्पादन में गिरावट आई है। लेकिन फल उत्पादन दुगुना हो गया है। इसमें सेब की बंपर फसल का योगदान सबसे ज्यादा है।
आर्थिक सर्वे के मुताबिक प्रतिव्यक्ति आय 11 फीसद की वृद्वि दर के साथ 183108 रुपए हो गई है।
2018-19 के लिए राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 153845 करोड़ रहने की संभावना है। 2018-19 में प्राथमिक क्षेत्र की वृद्वि दर नकारात्मक रही है। यह माइनस 1.7 फीसद रही है जबकि खनन व उत्खनन में भी वृद्वि दर नकारात्मक रही है। यह माइनस 9.7 फीसद आंकी गई है।
आर्थिक सर्वेक्षण में 2019 -20 के लिए 33747 करोड़ की राजस्व प्राप्ति होने का अनुमान लगाया गया है। इसमें 8.20 फीसद की बढ़ोतरी दर्शाई गई है। इनमें केंद्रीय करों का हिस्सा 7398 करोड़ रुपए है। जबकि कुल व्यय 44388 करोड़ रुपए का अनुमान लगाया गया है। आर्थिक सर्वे में 2019 -20 में 3719 करोड़ रुपए कर्ज लौटाने का अनुमान भी लगाया गया है।
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 4.44 फीसद रहने का अनुमान लगाया गया है। 2013-14 में यह 4.23 फीसद था।
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक 2018-19 में प्रदेश की जनसंख्या 75 लाख 42 हजार हो गई है व जनसंख्या की सालाना वृद्वि दर 0.73 फीसद तक पहुंच गई है। 2017-18में यह वृद्वि दर 1 फीसद आंकी गई थी।
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