शिमला। पिछले दो सालों से मुख्यमंत्री वीरभ्ाद्र सिंह पर हमला कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ आज मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जमकर गुबार निकाला।सरकार के दो साल पूरे होने पर राजधानी में आयोजित वीरभद्र सिंह ने कहा कि माफिया राज तो धूमल के शासनकाल में चला था। वो तो इसे उखाड़ने में लगे है।यही नहीं वो नौकरशाहों को भी धमकाते थे व अब भी धमका रहे है। उन्होंने एलान किया कि धूमल की ऐसी धमकियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।वो अफसरों को धमकाना बंद करे।पिछले दो सालों में ये पहली बार है जब वीरभद्र ने धूमल व भाजपा पर हमला किया है।
सरकार की उपलब्धियों का बखान करने के बाद उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला किया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष में रहते हुए रचनात्मक विपक्ष की भूमिका नहीं निभाई और यह अब तक का सबसे गैर जिम्मेदाराना विपक्ष रहा है। दो साल के दौरान भारतीय जनता पार्टी राज्य सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करती रही लेकिन बुरी तरह असफल रही।
दो सालों में विधानसभा सत्र का बहिष्कार करभाजपा के विधायकों ने अपने विधान सभा क्षेत्र के लोगों पूरी तरह निराश किया।उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में जमकर घोटाले हुए और मामले विजीलेंस के हवाले है। हम किसी निदोर्ष को न तो फंसाने की कोशिश कर रहे हें और न ही कोई दोषी बक्शा जाएगा
उन्होंने कहा कि धूमल ने अपने शासन में सागर कत्था केस किया, उसके बाद दूसरी दफा तथाकथित सी.डी. प्रकरण चलाया और दोनों दफा मैंने सेशन ट्रायल फेस किया। सी.बी.आई. को भी मेरे खिलाफ आरोपों की लम्बी फैहरिस्त भेजी गई जिसमें मैं बाइज्जत बरी हुआ। इस दफा विपक्ष में रहते हुए उन्होंने मेरे चरित्र हनन का हर संभव प्रयास किया। अब धूमल हल्ला मचा रहे है कि सरकार बदले की भावना से काम कररही है और फाउल प्ले कर रही है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि विरोधियों के खिलाफ झूठे मुकदमें भाजपा शासन में बनते थे, यह न तो उनका एजेंडा है और न ही सरकार का है।प्रदेश की वित्तीय स्थिति की इस समय भारतीय जनता पार्टी को बड़ी चिंता सता रही है। जबकि प्रदेश की वितीय स्थिति पूर्व भाजपा सरकार के समय में खराब हुई।आज धूमल वितीय स्थिति पर श्वेत पत्र की मांग कर रहे हैं लेकिन उसमें भाजपा शासन के ही काले कारनामें ही बाहर आएंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा पर निशाना साधाते हुए कहा कि कुछ लोग गवर्नेंस को लेकर दुश्प्रचार कर हे हैं और यह दलील दे रहे हैं कि ब्योरोक्रेसी पर सीएम नियंत्रण नहीं है, यह मात्र एक प्रोपोगेंडा है। धूमल ने ब्यूरोक्रेसी व कर्मचारियों का भगवाकरण किया । वो नौकरशाहों से प्यार व विवेक से काम लेते है। डरा धमा कर नहीं, जैसे बीजेपी के शासन में होता था।उन्होंने नौकरशाहों का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया। लेकिन उनकी सरकार ऐसा नहीं करेगी।
वीरभद्र सिंह ने राज्यमें जगह जगह हुए वन कटान को लेकर कहा कि शिलाई में निजी जमीन पर पेड़ काटे गए ये जमीन भाजपा के विधायक की है जांच चल रही है। तारादेवी और चंबा में हुए वन कटान की भी जांच चल रही है। जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।
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