शिमला।14 साल की अदिती के पांव जब स्टेज पर थिरकते हैं तो दर्शक स्तब्ध रह जाते हैं। टेलीविजन के मशहूर टेलेंट शो- ‘डांस इंडिया डांस’ में दिल्ली में हुए ऑडिशन में तीनों राउंड का कठिन सफर तय करने वाली अदिती मेहरा को अब मुम्बई से बुलावा आया है। प्रदेश से उभरती यह नन्ही कलाकार, कला के मजबूत जज्बे के साथ खुले आकाश में उड़ान भरने को तैयार है।
कुमारी अदिती मेहरा शिमला के डीएवी स्कूल, लक्कड़ बाजार में +2 की छात्रा है और मूल रूप से हमीरपुर जिले के नादौन के जंगलू गांव की रहने वाली है। अदिती के परिवार में कोई भी नृत्य के क्षेत्र से नहीं जुड़ा है और न ही नृत्य का ज्ञान रखता है। लेकिन, टेलीविजन पर प्रसारित होने वाली विभिन्न नृत्य प्रतियोगिताएं देख-देखकर ही वह नृत्य करना सिखी।स्कूल स्तर पर नृत्य से संबंधित हर प्रतिस्पर्धा में वह भाग लेती रही और पहला स्थान हासिल करती रही। जीतने की मानो उसे आदत लग गई और वह प्रोत्साहित होती गई। निश्चित तौर पर स्कूल के लिए भी यह गर्व की बात थी।
उसकी इस प्रतिभा को सबसे पहले उसकी डांस टीचर भावना ठाकुर ने पहचाना। भावना को इस बच्ची में अलग जज्बा और विशेष प्रतिभा नजर आई और उसने उसपर अलग से ध्यान देने शुरू किया।
अदिती कहती है, ‘‘मेरे लिए डांस टीचर ही सब कुछ है।उन्होंने मुझ पर बहुत मेहनत की और आज मुझे इस काबिल बनाया कि मैं डांस प्रतियोगिताओं में कड़ी टक्कर देने के काबिल हूं।’’ वह कहतीहै कि मैडम उसे घर बुलाकर भी डांस सिखाने के लिए समय निकाल लिया करती जेएसआर प्रोडक्शन, चण्डीगढ़ ने वर्ष 2009 में पंजाब, हरियणा और हिमाचल प्रदेश तीन राज्यों के लिए डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस डांस कंपिटिशन में भी अदिती ने पहला स्थान हासिल किया।
अगस्त, 2013 में ‘डांस हिमाचल डांस’ प्रतिस्पर्धा में भी आदिती को पहला स्थान मिला।अदिती कहती है कि टेलीविजन से ही उसे ‘डांस इंडिया डांस’के ऑडिशन का पता चला। ऑडिशन में भाग लेने के लिए वह अपने माता-पिता के साथ दिल्ली में हजारों बच्चों के साथ रात भर कतार में खड़ी रही। लेकिन, कहते हैं उम्मीद पक्की हो तो लक्ष्य आसान हो जाता है। अदिती की इन उम्मीदों ने ही दो राउंड की कड़ी परीक्षा में उसे सफल कर दिया। बेशक, इसके पीछे उसकी अरसे की मेहनत और लग्न छिपी तीसरे राउंड और अंतिम राउंड के बाद उसे कलाकारों की या नगरी, मुम्बई से कॉल आया है।
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