शिमला । हिमाचल प्रदेश कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से कर्मचारी अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ को मान्यता देने के विवाद को जल्द फैसला लेकर समाप्त करने की मांग की है। महासंघ के सुरेंद्र सिंह मनकोटिया गुट की जिला शिमला इकाई के प्रधान दीप राम शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि असल संगठन को मान्यता दी जाए व दीपावली के मौके पर प्रदेश के कर्मचारियों को दस प्रतिशत डीए का भुगतान किया जाए।
दीपराम शर्मा ने महासंघ के एसएस जोगटा ग्रुप पर चोला बदल कर आने का आरोप लगाया है और कहा कि जोगटा के साथ जो लोग जुड़े है वो आर एसएस के हार्डकोर समर्थक है।उन्होंने कहा कि जोगटा और सुरेंद्र सिंह ठाकुर का कर्मचारी संगठन एक ही है। और जोगटा व उनके साथी आज भी उस महासंघ के पदाधिकारी है।उन्होंने इस बात के सबूत होने दावा भी किया।उधर, जोगटा ग्रुप की ओर से भी इसी तरह के आरोप लगाए जा रहे है कि मनकोटिया ग्रुप पूर्व मुख्यमंत्री धूमल के कार्याकाल में सता सुख भोगते रहे।
असली महासंघ को लेकर जोगटा गुट और मनकोटिया गुट एक अरसे से आपस में भिड़ा हुआ है।लेकिन सरकार की ओर से तस्वीर साफ नहीं की जा रही है।
दीपराम ने कहा कि महासंघ के कार्यालय में ताला लगना शर्मनाक है।सरकार ने ये इसलिए किया कर्मचारियों के सिर न फटे।
दीपराम शर्मा ने एसएस जोगटा से 22 सवालों के जवाब भी तलब किए है।
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