शिमला।होटलियर सी बालजी ने हर साल की तरह इस साल भी रानी झांसी पार्क में सिलाई –कढ़ाई व ब्यूटीशियन का कोर्स कर रही जरूरतमंद महिलाओं व युवतियों को 20 सिलाई मशीनें दान की। ये कोर्स नेशनल काउसिंल फार वूमेन शिमला चैप्टर की ओर से लंबे समय से चलाया जा रहा है।
आज नेशनल काउसिंल फार वूमेन शिमला चैप्टर ने रानी झांसी पार्क में सिलाई–कढ़ाई व ब्यूटीशियन के कोर्स के समापन समारोह पर नेशनल काउसिंल फार वूमेन शिमला चैप्टर की अध्यक्ष नीरता आकरे ने इन मशीनों को जरूरतमंद महिलाओं व युवतियों को प्रदान किया। इस मौके पर कोर्स पूरा कर चुकी महिलाओं व युवतियों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किया गया।
नीरता आकरे ने reporterseye.com से कहा कि होटलियर सी बालजी बंगलौर में रहते है व उनकी मां स्वर्गीय श्रीमती सुशीला बालजी लंबे समय तक नेशनल काउंसिल फॉर वूमेन की प्रेसिडेंट रही थी। ऐसे में अपनी मां की याद में सी बालजी हर साल से संस्था के लिए 24 हजार रुपए और 20 सिलाई मशीनें दान करते है। ताकि ये मशीनें जरूरतमंद व गरीब महिलाओं व युवतियों में बांटी जा सके।
उन्होंने कहा कि जो महिलाएं व युवतियां कोर्स की फीस नहीं दे सकती 24 हजार रुपए से उनको और सहारा दिया जाता है।
आकरे ने कहा कि जब सुशीला बालजी इस संस्था की अध्यक्ष थी तो उन्होंने उन्हें भी इस संस्था से जोड़ा व उनके देहांत के बाद वो इस संस्था को संभाल रही है। सी बालजी के मदद से इस संस्था में कोर्स करने वाली महिलाओं को बहुत सहारा मिल जाता है। गौर हो कि आकरे खुद राजधानी की एक बड़ी होटलियर है।
याद रहे नेशनल काउसिंल फार वूमेन का गठन 1932 में महिलाओं के उत्थान की मंशा से राजकुमारी अमृत कौर ने किया था। रानी झांसी पार्क में ये संस्था तभी से काम करती आ रही है। लेकिन बीच में कई उतार चढ़ाव आते रहे ।
राजकुमारी अमृत कौर आजाद भारत की पहली स्वास्थ्य मंत्री थी व उन्होंने मंडी से चुनाव भी लड़ा था।
(57)