शिमला।मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है और वर्तमान वित्त वर्ष में स्वास्थ्य क्षेत्र पर 1187 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शनिवार शाम इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय (आईजीएमसी) में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह एवं सांस्कृतिक संध्या-2013 कार्यक्रम कीअध्यक्षता कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन आईजीएमसी के केन्द्रीय छात्र संघ द्वारा किया गया।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा के लिए योजना आबंटन को चार गुणा से अधिक बढ़ाकर 7 करोड़ रुपये से 30 करोड़ रुपये किया गया है। आईजीएमसी परिसर में भीड़ के दबाव को कम करने के लिए एक दूसरा परिसर घणाहट्टी के समीप निर्मित किया जाएगा।
इस नए परिसर में 100 बिस्तरों वाला अस्पताल, दंत चिकित्सा महाविद्यालय एवं नर्सिंग कॉलेज निर्मित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी के लिए नवीन ओटी परिसर भी स्वीकृत किया गया है।आईजीएमसी में 56 करोड़ रुपये की लागत से 11 मंजिला ओपीडी परिसर तथा10 करोड़ रुपये की लागत से प्रशासनिक खण्ड निर्मित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐनेसथीजिया, पेडियाट्रिक्स, न्यूरोलॉजी, कॉर्डियोलॉजी, बायो-केमिस्ट्री और रेडियोलॉजी विभागों में विशेषज्ञ सेवाओं को सुदृढ़ करने
के लिए मशीनरी तथा उपकरणों के लिए 7 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाए
गए हैं। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी के कैंसर विभाग को आधुनिक कैंसर निदान सेवा केन्द्र के रूप में स्तरोन्नत किया जाएगा और 7 करोड़ रुपये की लागत से यहां लीनियर एग्जीलरेटर तथा बै्रकीथेरेपी जैसी नवीन मशीनें स्थापित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त 10.35 करोड़ रुपये की लागत से एक नवीन कैंसर खण्ड भी निर्मित किया जाएगा।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि कमला नेहरू अस्पताल में माता एवं शिशु अस्पताल के नए भवन में सभी अत्याधुनिक एवं आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि रोगियों को परीक्षण के लिए आईजीएमसी न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि कमला नेहरू अस्पताल में नए भवन के निर्माण पर 17 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। यह भवन एक वर्ष में बन कर पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इंटर्नशिप के दौरान मेडिकल छात्रों को दिए जाने वाले वज़ीफे को बढ़ाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला को प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं तथा डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा को सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है।वीरभद्र सिंह ने इस अवसर पर आईजीएमसी के केन्द्रीय छत्र संघ को 50 हजार रुपये का अनुदान देने की घोषणा की।
उन्होंने आईजीएमसी के मेधावी छात्रों को पुरस्कार भी वितरित किए। उन्होंने इस अवसर पर छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना की।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि चिकित्सकों एवं अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ के खाली पड़े पदों को भरा जा रहा है ताकि लोगों को गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें। एमबीबीएस चिकित्सकों के 100 पद इस वर्ष तथा 100
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