शिमला।तीन विधानसभा हलकों के उपचुनाव के मतदान से एक दिन पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह,रक्षा मंत्री राजनाथ मंत्री व सड़क भूतल मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के बाद आज मतदान के दिन राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात करना प्रदेश की राजनीति में आने वाले दिनों में बड़े तूफान का संकेत दे रहा है। क्यास लगाए जा रहे हैं कि कहीं ये तूफान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह अस्त व्यस्त न कर दे।
आज राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने पत्रकारों से शिमला में कहा भी कि केंद्रीय आयकर विभाग और इडी की ओर से जिन क्रशर मालिकों व कारोबारियों से पूछताछ की जा रही है उन पर मुख्यमंत्री सुक्खू का नाम लेने का दबाव बनाया जा रहा हैं। उनको मारा पीटा जा रहा हैं। उन्होंने जयराम पर प्रदेश में आइटी व इडी की घुसपैठ कराने का भी इल्जाम जड़ा।
ये मंत्री नेगी के बेहद सनसनीखेज इल्जाम हैं। मोदी सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर बाकी तमाम नेताओं को इसी तर्ज पर सलाखों के पीछे भेजा और उनकी गददी छीन ली।
जयराम व राज्यसभा सदस्य हर्ष महाजन पिछले एक अरसे से हिमाचल में सरकार बदलने की अटकलें लगातार लगाते रहे हैं।
बीते रोज नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अचानक चुनाव प्रचार खत्म होने के दूसरे ही दिन दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के यहां प्रकट हो गए । तभी खटका हो गया था कि कुछ होने वाला हैं। उसके बाद वह रक्षा मंत्री राजनाथ व सड़क परिवहन मंत्री गडकरी से भी मिले।
इसके बाद शाम को एक न्यूज एंजेंसी की खबर आ गई के आइटी व इडी के रेड के बाद जो दस्तावेज खंगाले गए है उनमें से घोटालों की बू हैं। इस खबर को भाजपा के पदाधिकारियों की ओर से अपने चेहेते मीडिया कर्मिया के साथ साझा भी किया गया।हालांकि ऐसा अमूमन होता नहीं हैं।इसके तुरंत बाद शाम को ही धर्मशाला से अब भाजपा विधायक सुधीर शर्मा का वीडियो भी सामने आ गया।जबकि इडी के टिवटर हैंडल पर ऐसा कुछ भी नहीं था।
पहले ये लगा कि ये सब आज मतदान के दिन भाजपा प्रत्याशियों को चुनावी लाभ दिलाने के मकसद से किया गया लेकिन आज दिल्ली से लौटने के बाद जयराम राजभवन में राज्यपाल से मिले तो इस खटके को बल मिला कि भाजपा केंद्र सरकार के साथ मिल कर कुछ गुल खिलाने का कर्मकांड कर रही हैं। इससे पहले भाजपा राज्यसभा चुनावों में भी सुक्खू की नाक के नीचे इस तरह का कर्मकांड कर चुकी हैं।
चूंकि आयकर व इडी मुख्यमंत्री के करीबियों के दस्तावेज खंगाल रही हैं । दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के करीबियों से भी इसी तरह एजेंसियों ने पूछताछ की थी और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से लेकर अरविंद केजरीवाल को सलाखों के पीछे धकेल दिया । बेशक भाजपा लोकसभा की सातों सीटें जीत गई ले।
सुक्खू सरकार ने राज्यसभा चुनावों में क्रास वोटिंग करने के बाद लेनदेन के इल्जामों पर एक एफआइआर दर्ज कर रखी हैं। इस एफआइआर ने भाजपा आलाकमान की रातों की नींद उड़ा रखी हैं।हमीरपुर से भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा को तो इस मामले में कल बालूगंज थाने में पूछताछ में शामिल भी होना हैं। इस एफआइआर की आंच भाजपा आलाकमान तक पहुंच रही हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर के सहयोगी को तो पूछताछ के लिए बुलावे भेजे भी जा चुके हैं।
अब आइटी व इडी के चंगुल में मुख्यमंत्री सुक्खू को घेरने का इंतजाम हो रहा है।संभवत: सुक्खू को इसका पहले से भान भी हो गया हो व तभी उन्होंने अपनी पत्नी को देहरा से चुनाव मैदान में उतारा हो।
बहराल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर इन दिनों सुपर एक्टिव हो चुके हैं। मामला इस एफआइआर पर ही तक सीमित रहता है या मिशन लोटस जैसा भी कुछ होता हैं। इंतजार है कि अब प्रदेश की राजनीति में क्या गुल खिलता हैं। बस थोड़ा और इंतजार ।
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