शिमला ।मोदी केबिनेट के ताकतवर मंत्री व हिमाचल में पूर्व में मंत्री रहे जगत प्रकाश नडडा के लाडले 1982 बैच के आईएएस अफसर विनीत चौधरी को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हिमाचल के मुख्य सचिव का प्रभार सौंपा है। हिमाचल के मुख्य सचिव 1978 बैच के आइएएस अफसर पी मित्रा 30 दिसंबर पर छुटटी पर चले गए है।तब तक मुख्य सचिव का कार्यभार विनीत चौधरी को दिया गया है।हालांकि कार्यभार लेने के फिराक में मुख्यमंत्री के1983बैच के लाडले आइएएस अफसर वी सी फारखा ने भी जुगाड़ भिड़ाया था।
सरकार ने विनीत चौधरी की नियुक्ति का सर्कुलर आज मंगलवार को जारी किया है। याद रहे कि विनीत चौध्ारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने कई आरोप लगाए थे और मोदी के मंत्री जगत प्रकाश नडडा को सवालों में घेरा था।आम आदमी पार्टी ने नडडा पर चौधरी को बचाने के आरोप लगाए थे। नडडा ने जब वह भाजपा केमहासचिव थे तो तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को चिटठी लिखकर एम्स के ततकालीन चीफ विजीलेंस अफसर संजीव चतुर्वेदी को हटाने की मांग की थी।हर्षवर्धन ने चतुर्वेदी को हटा भी दिया था।उसके बाद मोदी ने नडडा को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की कमान सौंप दी ।उन्होंने विनीत चौधरी के मामले में क्या किया है ,ये जानकारी नहीं है। लेकिन बीते दिनों हिमाचल सचिवालय में चौधरी के कारनामों को लेकर बेनामी सी चिटठी सर्कुलेट हुई। जिसमें चौधरी के खिलाफ कई आरोप लगाए गए थे।समझा जा रहा है कि ये चिटठी विनीत चौधरी को मुख्य सचिव का चार्ज न मिले इस मंशा से उनकी विरादरी वालों ने ही सर्कुलेट की थी।
हिमाचल की नौकरशाही में विनीत चौधरी से वरिष्ठ दो आईएएस अफसर है। इनमें से 1982 बैच के आईएएस अफसर दीपक सानन को वीरभद्र सिंह सरकार ने एचपीसीए कांड में चार्जशीट किया हुआ है।उनके खिलाफ अदालत में चालान पेश हो चुका है। उनके बाद 1982 बैच के ही आईएएस अफसर अजय मितल है। ये भी विनीत चौधरी से सीनियर है। अजय मितल पर कोई आरोप नहीं है।ये पूरी तरह से पाक साफ है।लेकिन वीरभद्र सिंह ने मितल को चीफ सेक्रेटरी का चार्ज नहीं सौंपा। वीरभद्र सरकार में मितल को हाशिए पर धकेला हुआ था। बाद में काबीना मंत्री जीएस बाली ने उन्हें अपने महकमें का सबसे बड़ा अफसर बना दिया। सानन और मितल दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के लाडले अफसर रहे है।मितल पूर्व में धूमल के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके प्रधान निजी सचिव रह चुके है तो सानन 2008 से 2012 के धूमल के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके सबसे लाडले अफसर थे।सानन31 जनवरी 2017 को और मितल 20 फरवरी 2018 को रिटायर होने है।
मितल वीरभद्र सिंह को सुहाते नहीं है इसलिए बाली उन्हें अपने साथ ले गए। अब विनीत चौधरी इन दिनों नडडा के करीबी है। कभी वो धूमल के करीबी भी हुआ करते थे। उनकी बीवी उपमा चौधरी भी 1983 बैच की आईएएस अफसर है।फारका का नंबर इसके बाद आता है।ऐसे में मित्रा को छोड़कर फारका तक सारे सीनियर आईएएस अफसर धूमल के करीबी है।अभी हाल ही मे जिन तीन आईएएस अफसरों तरुण श्रीधर,पीसीधीमान और नरेंद्र चौहान को अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया है उनमें से तरुण श्रीधर जीएस बाली के ज्यादा करीब है। धूमल से भी उनकी ज्यादा दूरी नहींहै।उनकी पत्नी मनीषा श्रीधर की जरूर धूमल ने मदद नहीं की थी और उन्हें आईएएस की नौकरी छोड़नी पड़ी थी।जबकि पीसी धीमान धूमल के करीबी रहे है। वीरभद्र सिंह खेमे के केवल नरेंद्र चौहान है।ऐसे में मुख्य सचिव मित्रा से लेकर आखिरी अतिरिक्त मुख्य सचिव नरेंद्र चौहान तक नौ सीनियर आईएस एस अफसरों में वीरभद्र सिंह खेमे में गिने चुने ही अफसर है।गिनने वाले तो फारका को भी धूमल खेमे में ही गिनते है।ऐसे में वीरभद्र सिंह के सामने फारका ही अपने करीबी नजर आते है।
सचिवालय के गलियारों में कहा जा रहा है कि मार्च 2015 के पहले सप्ताह में 1978 बैच के आईएएस अफसर व पूर्व मुख्य सचिव एसराय केरिटायर हो जाने पर उनके स्थान पर पी मित्रा को भेज दिया जाएगा और फारका प्रदेश के मुख्य सचिव होंगे। लेकिन बताते है कि किसी ने मुख्यमंत्री के कान में ये बात डाल दी कि ऐसे में फारका से सीनियर जिनमें सानन, मितल,विनीत चौधरी और उपमा चौधरी शामिल हैं,कोई भी काम नहीं करेंगे और मुख्यमंत्री के लिए मुश्किल में डाल देंगे। हालांकि स्थिति अभी भी कोई अच्छी नहीं है।
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