शिमला। प्रदेश की कांग्रेस सरकार के काबीना वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी व अतिरिक्त मुख्य सचिव वन तरुण श्रीधर के महकमे पर सवाल उठाने वाले 477 पेड़ों के कटान के कांड के आरोपी चंडीगढ़ के होटलियर अमरिक सिह नागपाल को शिमला की अदालत ने26 दिसंबर तकपुलिस रिमां पर भ्ज्ञेज दिया है। इसहोटलियर को प्रदेश सरकार,पुलिस और अफसर अदालत से जमानत लेने के लिए पूरा मौका दे रही थी। लेकिन प्रदेश हाईकोर्ट के जज जस्टिस पीएस राणा ने नागपाल की अंतरिम जमानत रदद कर दी थी। इसके बाद नागपाल ने पुलिस के सामने अात्मसमर्पण कर दिया। याद रखे पुलिस ने नागपाल को आत्मसमर्पण करने से पहले गिरफ्तार नहीं किया ।
पेड़ों के कटान के इस मामले को लेकर प्रदेश की वीरभद्र सिंह सरकार,वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ,प्रदेश वन विभाग का सबसे बड़ा अफसर अतिरिक्त मुख्य सचिव तरुण श्रीधर और मुख्यमंत्री के अधीन पुलिस महकमा सवालों केघेरे में है।उधर,नागपवाल की गिरफ्तारी के बाद इस गंभीर मामले में शामिल प्रदेश के बड़े नेता,अफसर डर गए है कि कहीं नागपाल उनके नाम उजागर कर उनके कच्चे चिटठे न खोल दे। अब सबकी निगाह शिमला पुलिस पर लगी है कि वो पुलिस पूछताछ में नागपाल से क्या उगलवा पाती है और उसमें से कितना रिकार्ड पर ला पाती है।
चूंकि इस मामले में प्रदेश के बड़े नेता और नौकरशाहों की दिलचस्पी रही है इसलिए संदेह जताया जा रहा है कि पुलिस शायद ही कुछ महत्वपूर्ण रिकार्ड पर ला पाएं।हालांकि अभी इसका इंतजार है।नागपाल ने सोमवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।आज मंगलवार को उसे अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे 26 तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।इस वन कटान पर वन मंत्री भरमौरी की कुर्सी पर खतरा मंडराया हुआ है।
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