कालीहटटी।देवभूमि हिमाचल में देव संस्कृति आज के दौर में भी सर्वोपरि है।इन दिनों बलदेयां से माहूनाग देवता गांव -गांव जाकर जात्रा करने जा रहा है।हिमाचल में प्रभावी देव संस्कृति के चिन्ह बहुत मजबूती से आम जन में अपनी जगह ही नहीं बनाए है बल्कि लोगों के जीवन में रोशनी लाने का काम भी कर रहे है।
अस्त समाप्त होने के बाद माहूनाग देवता गांव- गांव के प्रवास पर है। खास बात ये है कि देव रथ पैदल चलता है कारिंदों को सारी यात्रा पैदल करनी होती है चाहे वो कि कितनी ही दूर क्यों न हो।
ये देव रथ जहां भी जाते है वहां के कष्ट हर लेते है। लोग जात्रा के लिए दूद-दर से आते है और अपने कष्टों का समाधान कराते है।माहूनाग देवता को राजा कर्ण माना जाता है।
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