शिमला। कांग्रेस पार्टी ने मंडी संसदीय हलके से युवा मंत्री व अपने ही मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा करने वाले विक्रमादित्य सिंह को पार्टी का टिकट थमा दिया हैं। ये कांग्रेस आलाकमान का निराला फैसला हैं। मंडी संसदीय हलके से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सांसद है और अब उनके पुत्र को इस सीट से लड़ाया जा रहा हैं।
हालांकि वो पहले ही अपनी कांग्रेस की सुक्खू सरकार को कटघरे में खड़ा कर चुकी हैं और कह चुकी है कि कांग्रेस का कार्यकर्ता सरकार की कारगुजारी की वजह से निराश-हताश है और वह बाहर निकलने को तैयार नहीं हैं। अब इन दोनों मां –बेटे को इन्हीं कार्यकर्ताओं की दरकार हो गई हैं।पर बड़ा सवाल यही है कि क्या अब मां –बेटे को सुक्खू सरकार,सुक्खू कांग्रेस या मित्र मंडली का साथ मिलेगा।ये साथ शायद ही मिले व इसके राजनीतिक तौर पर मायने होंगे।
हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुकखू का मंडी संसदीय हलके में कोई ज्यादा जनाधार नहीं हैं लेकिन उनके खेमे ने कई जगहों पर अपनी पैंठ जरूर बना रखी है। ऐसे में उनके पास हालीलाज कांग्रेस को ठिकाने लगाने का सुनहरा मौका हैं और शायद ही वो कोई मौका भी छोड़ा।
इसके अलावा 2021 के लोकसभा के उपचुनाव में मंडी संसदीय हलके के चुनाव में इस हलके के तमाम कांग्रेसी नेताओं ने प्रतिभा सिंह को जीताने के लिए दिन रात एक कर दिया था जबकि प्रदेश में भाजपा की जयराम की सरकार थी। वह ये चुनाव जीत भी गई थी।
लेकिन बाद में दिसंबर 2022 में जब विधानसभा के चुनाव हुए तो मंडी जिला से कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी। मंडी संसदीय हलके की सभी नौ विधानसभा सीटें भाजपा जीत ले गई। तब से मंडी के कांग्रेसी नेताओं में संदेह है कि हालीलाज कांग्रेस ने विधायकों को जीताने के लिए पूरा दम नहीं लगाया। हालीलाज कांग्रेस पर भाजपा खासकर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अंदरखाते मिलीभगत करने का संदेह भी हैं।
अब ये कांग्रेसी नेता इस चुनाव में अपना हिसाब चुकता न करें ये कैसे हो सकता हैं।
कांग्रेस आलाकमान को सब कुछ मालूम है व अच्छी तरह से मालूम हैं। बावजूद इसके मंत्री विक्रमादित्य सिंह को पार्टी का टिकट देना अपने आप में शरारतपूर्ण ही नहीं खतरनाक भी हैं। ये दीगर है कि आलाकमान हालीलाज कांग्रेस को निपटाने का मंसूबा बांधे हुए हो लेकिन ये पार्टी के लिए अच्छा नहीं हैं।
अब देखना ये है कि आने वाले समय में वो भाजपा को लेकर क्या-क्या खुलासे कर पाते है। सुक्खू सरकार को गिराने की साजिश को लेकर उनके पास क्या-क्या जानकारियां है ये वो संभवत: आने वाले दिनों में जनता के सामने रखे। उनके लिए अपना कद ऊंचा करने का यही एकमात्र जरिया है और हो सकता है कि इस रस्ते पर चल कर वो जीत भी जाए।
अब मंडी संसदीय हलके का चुनाव दिलचस्प हो गया हैं।
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