नई दिल्ली, 15 दिसंबर: संसद के शीतकालीन शत्र के हंगामेदार होने की संभावनाएं और अटकलें सभी सही होती दिख रही हैं। लोकसभा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया है। वहीं राज्यसभा में भी सत्र में हंगामा चला।
सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मीडिया से कहा कि इस बार संसद में दूरगामी प्रभाव वाले बिल संसद में आएंगे। साथ ही उन्होंने विश्वास दिलाया कि इस बार संसद में समय का सही उपयोग होगा। सरकार द्वारा सत्र में 25 लंबित और 14 नए बिलों को लाने की उम्मीद है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक मामले में गुजारा-भत्ता के अधिकार देने का बिल भी शामिल है.
संसद में गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान पक्ष और विपक्ष में पड़ी खाई, आग में घी का काम कर सकती है। विपक्ष इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर पाकिस्तान से मिले होने के मामले को जोरशोर से उठा सकती है।
शीतकालीन शत्र में विपक्ष के पास इस बार मोदी सरकार को घेरने के लिए मुद्दों की कमी नहीं है। राफेल लड़ाकू जहाजों की खरीद का मामला हो या फिर अर्थव्यवस्था पर वस्तु एवं सेवा कर (GST) की विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ने वाला है। साथ ही इस बार अमित शाह के बेटे की संपत्ति का मामला भी तूल पकड़ सकता है। “द वायर” की खबर के मुताबिक जया शाह की पचास हजार की संपत्ति एक साल में ही 80 करोड़ तक की उछाल लगा गई थी।
हालांकि लोकसभा को दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं राज्यसभा में शरद यादव और अली अनवर की सदस्यता खत्म किए जाने पर सदन में काफी हंगामा हुआ. विपक्ष के नेता गुलाम नवी आजाद ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर पीएम मोदी की टिप्पणी पर ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री पर जो आरोप लगाए हैं वे कोई साधारण आरोप नहीं हैं.
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