शिमला।भारतीय जनता पार्टी हिमाचल की ओर से वीरभद्र सिंह सरकार के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने के लिए ’’चार्जशीट कमेटी’’ की बैठक में पूर्व मंत्री व विधायक जयराम ठाकुर, पूर्व मंत्री व विधायक राजीव बिन्दल व पार्टी के प्रदेश महामंत्री विपिन सिंह परमार शामिल नहीं हुए। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जब सता से बाहररहती है हर बार चाजर्शीट का शिगूफा जनता के बीच फेंकती है और सरकार बनने पर एक भी भ्रष्टाचारी केखिलाफ कार्रवाई नहीं करती है
कमेटी कीमहत्वपूर्ण बैठक पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, पूर्व सांसद व इस कमेटी के प्रदेश संयोजक व विधायक सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें पूर्व मंत्री व विधायक ठाकुर महेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री व विधायक ठाकुर रविन्द्र सिंह रवि, प्रदेश महामंत्री व विधायक रणधीर शर्मा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व सांसद व किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश चंदेल उपस्थित रहे।बिंदल ,परमार और जयराम के बैठक में शामिल न होने को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह के क्यास लगाए जा रहे है।पार्टी की ओर से कहा गया है कि ये नेता पार्टी के वीरभद्र सरकार प्रायोजित गुंडागर्दी विरोधी अभियान के की वजह से पूर्व निर्धारित मण्डल कार्यक्रमो में व्यस्त होने के कारण उपस्थित नहीं हो सके।
केंद्र में मोदी सरकार के सता में आने के बाद और मोदी केबिनेट में राज्य सभा सांसद जगत प्रकाश नडउा के शामिल होने के बाद प्रदेश भाजपा में बहुत कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अंदरखाते धूमल व शांता गुट आर पार की लड़ाई लड़ रहे है।भाजपा ने सरकार के दो साल होने पर कोई चार्जशीट तैयार नहीं कीथी। भाजपा अध्यक्ष सतपाल सती ने उना में ही एक बुकलेट बांटी थी।लेकिन मोदी सरकार में नडडा के शामिल होने के बाद वीरभद्र सिंह सरकार के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने का फैसला लिया गया है।चार्जशीट कमेटी के संयोजक शिमला से विधायक सुरेश भारदवाज को बनाया गया है।
बैठक में चार्जशीट के स्वरूप और विषयों को लेकर व्यापर चर्चा हुई और तय किया गया कि इस चार्जशीट में वर्तमान वीरभद्र सरकार के जनविरोधी फैंसलों, नाकामयाबियों व मुख्यमंत्री वीरभद्र समेत उनके सहयोगियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को प्रमाण सहित शामिल किया जाएगा। बैठक में हुईचर्चा में सभी सहमत थे कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है सिर्फ माफिया राज और गंुडा राज चल रहा है। विकास कार्य ठप्प हैं, जनहित में कोई काम हो नहीं रहा, भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है सिर्फ राजनैतिक विरोधियों को प्रताडि़त करने का काम यह सरकार कर रही है। कुल मिलाकर हिमाचल प्रदेश की जनता पूर्ण रूप से त्रस्त है इसलिए चार्जशीट बनाने के लिए ’’जन सहयोग’’ लिया जाएगा। जन सहयोग लेने की दृष्टि से निर्णय लिया गया कि संगठनात्मक जिलों के मुख्यालयों पर बैठकें आयोजित की जायेंगी जिनमें कमेटी के सदस्य जायेंगे और जनता द्वारा दिए मुद्दों को नोट करेंगे जिसे बाद में सन्लिगत कर चार्जशीट का रूप दिया जाएगा।
बैठक में निश्चित किया गया कि कमेटी के संयोजक पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, पूर्व सांसद व विधायक सुरेश भारद्वाज सिरमौर, किन्नौर व लाहौल-स्पिति जिलो में, पूर्व मंत्री व विधायक ठाकुर महेन्द्र सिंह मण्डी व कुल्लू जिलों में, पूर्व मंत्री व विधायक ठाकुर रविन्द्र सिंह रवि चम्बा व नुरपूर जिलों में, पूर्व मंत्री व विधायक जयराम ठाकुर बिलासपुर व सोलन जिलो में, पूर्व मंत्री व विधायक डा0 राजीव बिन्दल शिमला व महासू जिलो में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व सांसद सुरेश चंदेल पालमपुर व सुन्दरनगर जिलों में, पार्टी महामंत्री व विधायक रणधीर शर्मा हमीरपुर व ऊना जिलो में, पार्टी महामंत्री व पूर्व विधायक विपिन सिंह परमार कांगड़ा व देहरा जिलो की बैठकों में जाऐंगे। ये बैठकें 10 मार्च तक आयोजित की जायेंगी।
भाजपा द्वारा गठित चार्जशीट कमेटी के संयोजक, पूर्व सांसद व विधायक सुरेश भारद्वाज ने प्रदेश की जनता से आग्रह किया है कि वे हिमाचल प्रदेश की जनविरोधी व अलोकतांत्रिक वीरभद्र सरकार के खिलाफ जो भी मुद्दे लाना चाहते हैं, अपने जिला की बैठकों में जाकर दें। भारद्वाज ने कहा कि इसके अलावा प्रदेश के अलग-2 वर्गों के अर्थात कर्मचारी, पैंशनर्ज, एन0जी0ओ0, विद्यार्थी, मजदूर, किसान, बागवान, व्यापारी, उद्योगपतियों आदि संगठनों के पदाधिकारियों से मिलकर भी मुद्दे चार्जशीट में शामिल किए जाऐगे।
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