शिमला। प्रदेश विधानसभा में एकमात्र वामपंथी विधायक राकेश सिंघा ने प्रदेश की जनता से किसान संघों की ओर से आठ दिसंबर को किए गए भारत बंद के एलान में शामिल होने का आहवान किया है। सिंघा ने कहा कि देश के किसान 25 नवंबर से लगातार शून्य से भी नीचे के तापमान में दिल्ली की ओर जाने वाली विभिन्न सड़कों पर खुली हवा के नीचे बैठकर जीवन और मृत्यु की लड़ाई लड़ रहे हैं।जिनमें वहां वृद्ध,दुर्बल,महिलाएँ,और छोटी उम्र के बच्चे भी शामिल हैं
सिंघा ने कहा कि इन आंदोलनकारियों ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून और विद्युत अधिनियम को संशोधित करने वाले कानून को वापस लेने तक अपना संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया है। उन्होंने करो या मरो का नारा दिया है।
25 नवंबर बाद से कई लोगों ने प्रतिकूल मौसम के कारण या किसी भी अन्य तरह की बीमारी के लिए अस्पताल में भर्ती होने के बजाए शहादत स्वीकार की है।
उन्हों ने प्रदेश की जनता से आहवान किया कि जो किसानों, श्रमिकों के परिवार से संबंध रखते हो, जो दैनिक ज़रूरतों के सामानों के परिवहन में लगे हों या छात्र व वकीलों हो वह अखिल भारतीय विरोध के तौर पर 8 दिसम्बर के भारत बंद में शामिल हों कर एकजुटता व्यक्त करें।
वामपंथी विधायक ने कहा कि राजनीतिक, धार्मिक, क्षेत्रीय, जाति या सम्प्रदाय व संप्रदायवादी विचारों से ऊपर उठ कर अपनी दुकानों, प्रतिष्ठानों, परिवहन या किसी अन्य पेशे से सबंधित प्रतिष्ठानों को 8 दिसंबर को बंद रखे। अगर कोई आपात स्थिति नहो तो यात्रा न करें एंबुलेंस या किसी को अंतिम संस्कार समारोह या संबंधित मामले के लिए यात्रा करने वाले वाहनों, अग्निशमन वाहनों और कर्मचारियों और सेना के जवानों के लिए जाने वाले वाहनों के अलावा कोई भी वाहन न चलाए।
सिंघा ने हिमाचल परिवहन निगम और निजी ट्रांसपोर्टरों का भी आहवान किया कि वह अपने वाहनों को न चलाएं।
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