हमीरपुर।बुधवार को आईएनआईएफडी हमीरपुर के विधार्थियों ने एक तरफ सावन के पवित्र माह में शिव पार्वती के विवाह का नाटय रूपान्तर दर्शया तो दूसरी और सावन मास में झूला झूलने कि प्रथा को भी आगे बढाया, विधार्थियों ने शिवजी के विभिन्न रूपों तथा माता पार्वती की सखियों के अनुसार वेषभूषा धारण कर रखी थी ।
भांग घोटते शिवजी तथा भांग पीने से उन्हें रोकती गौरां, भसम रमाए नन्दी बैल की सवारी पर तथा जटाओं में गंगा माता को धारण किए शिव के दृष्यों का चित्रण विद्यार्थियों द्वारा बड़ी कुशलता के साथ किया गया था।
कई छात्रों ने शिव के भजन गा कर सभी को मन्त्रमुग्ध कर दिया, यह दृष्य ऐसा प्रतीक हो रहा था मानों आईएनआईएफडी परिसर में साक्षात भगवान शिव तथा उनकी अर्धाग्नि माता पार्वती एक बार फिर से विवाह के बन्धन में बंध रहे हो तथा सखियां माता पार्वती से कह रही हो कि गौरां तुम तो इतनी सुन्दर हो और तुम्हार पति शिव तो काला है शरीर पर भस्म रमाता है, सांप और बिच्छु उसके गहने है, शुक्र,शनि तथा भूत-प्रेत बाराती है ऐसे शिव से तुम क्यों विवाह कर रही हो।
इस अवसर पर संस्थान के प्रबन्धक सतपाल शर्मा,सैंटर हैड परबीन शर्मा,प्रशासनिक प्रबंधक शकुतला शर्मा तथा समस्त सटाफ उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि संस्थान सदैव से ही भारतीय संस्कृति से जुड़े हर रीति-रिवाज व त्योहारों का आयोजन करता रहता है ताकि हमारी युवा पीढ़ी कभी अपनी जड़ों, अपनी संस्कृति को ना भूले और भारत की मिट्टी से हमेषा जुड़े रहे।
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