शिमला। 1700 पुलिस जवानों की भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में विपक्षी पार्टी कांग्रेस,आम आदमी पार्टी और वामपंथी पार्टी माकपा ने जयराम सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा को रद्द करने के सरकार के फैंसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि यह उन परीक्षार्थियों के साथ घोर अन्याय है जिन्होंने इस परीक्षा के लिए कठोर मेहनत की थी।उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा युवाओं को भुगतना पड़ रहा है जो बहुत ही दुखदाई है।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि पिछले दो साल से पुलिस की इस भर्ती के लिये करीब 70 हजार युवाओं ने कड़ी मेहनत की थी जो सरकार के फैसले के बाद पानी में मिल गई है।उन्होंने उन युवाओं के भविष्य को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की है जो अब इस भर्ती के लिए उम्र दराज हो रहें है।उन्होंने कहा कि सरकार की कमियों का भुगतान उन बेरोजगार युवाओं को करना पड़ रहा है जो रोजगार के लिए दिन रात मेहनत कर रहें है।
प्रतिभा सिंह ने सरकार से कहा है कि वह बेरोजगार युवाओं के भविष्य से कोई खिलवाड़ न करे।उन्होंने कहा कि पुलिस की इस भर्ती परीक्षा रद्द करने के बाद उन युवाओं को एक विशेष मौका देना चाहिए जो उम्रदराज हो रहें है।भविष्य में ऐसी कोई पुनरावृत्ति न हो इसके लिए कड़े उपाए किये जाने चाहिए।
उधर, आम आदमी पार्टी ने भी जयराम सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले कंडक्टर भर्ती, जेओए भर्ती के अलावा करसोग में जल शक्ति विभाग में जिस महिला अभ्यर्थी के सबसे ज्यादा अंक थे उसे नियुक्ति नहीं दी गई लेकिन राजनीतिक आधार पर किसी और को नियुक् त कर दिया। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर भर्तियों कभी भी
धांधलियां नहीं हुई। ऐसी सरकार को सता में रहने का कोई अधिकारनहीं है।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व डीजीपी आई डी भंडारी ने कहा कि पुलिस भर्ती मामले में अभ्यर्थियों ने लिखित पीक्षा में 70 अंक ले लिए । यह अंक इसलिए ले पाए क्योकि उनके पास पहले ही पेपर आ गए थे व उन्होंने छह से आठ लाख रुपए में ये पेपर खरीदे । उन्होंने कहा कि जो भी सरकार सता में आती है वह अपनी विचारधारा के लोगों को पिछले दरवाजे से भर्ती कर देती है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक आधार पर विश्विविद्यालयों में भर्ती हो गई। यह कब तक चलेगा।पुलिस के बारे भंडारी ने कहा कि जल्दी ही जनता ऐसी ताकतों को सता से बाहर करेगी।
वामपंथी माकपा के राज्य सचिव ओंकार शाद ने कहा कि पुलिस भर्ती का काम खुद पुलिस विभाग ही कर रहा था। विभाग के पास तो इस तरह की भर्ती करने को कोई ढांचा ही नहीं है। इस तरह की भर्तिया या तो कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर या विवि से कराई जानी चाहिए। उन्होंने जयराम सरकार से मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए । इस तरह की धांधलियां आगे न तो इस तरह के उपाय किए जाने चाहिए।उन्होंने कहा कि पेपर पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए।
हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी ने जयराम सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि जयराम सरकार को पेपर लीक सरकार करार दिया। उन्होंने प्रदेश भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में पहले पटवारी, जेओए आईटी अब प्रदेश की कानून व्यावस्था को देखने वाली पुलिस भर्ती का पेपर लीक हो गया और सरेआम प्रदेश के नौजवान युवाओं के साथ धोखा हो रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केवल हर घोटालें में मात्र एसआइटी गठित की जाती है लेकिन उसका रिजल्ट कोई नही आता है। उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे लोग केन्द्रीय विश्वविद्यालय व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में चोर दरवाजे से भर्ती कर बिना पात्रता के दर्जनों लोगों को भर्ती किया गया हैं।
नेगी निगम भंडारी ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुख्य पदों पर बैठे नामित मुख्यमंत्री के ओएसडी ने अपनी पत्नी सहित रिश्तेदारों के आठ बच्चों को चोर दरवाजे से बिना मापदंडों को पूरा किए विश्वविद्यालय के माडल स्कूल में नौकरी दिला दी। । हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस इसका कड़ा विरोध करती है।
नेगी निगम भंडारी ने मांग की है कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में चोर दरवाजे से हुई भर्तीयों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा की भाजपा की जिस भी प्रदेश में सरकारें हैं उन प्रदेशों में इस तरह के घोटाले सरेआम हो रहें है चाहे हरियाणा हो, यूपी हो व मध्य प्रदेश हो जहां पेपर लीेक करवा कर नौजवान युवाओं के साथ घोर अन्याय हो रहा है।
हालांकि शहरी विकास मंत्री सुरेश भारदवाज ने कहा कि पेपर लीक मामले में जयराम सकरार ने तुरंत कार्यवाही कर आरोपियों को पकड़ दिया है और मामले की जांच के लिए एसआइ
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