शिमला। कांगड़ा लोकसभा हलके से भाजपा के वरिष्ठ नेता शांताकुमार की ओर से लोकसभा चुनाव के लिए हामी भरने बाद भाजपा से निलंबित लोकसभा सदस्य राजन सुशांत ने भाजपा को अलविदा कह दिया है। उन्होंने दिल्ली में शुक्रवार को आलाकमान को इस्तीफा सौंप दिया है।समझा जा रहा है कि वह हिमाचल में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का दामन थामेंगे। वह हिमाचल लोकहित पार्टी में भी शामिल हो सकते है। राजन सुशांत ने भाजपा और लोकसभा सदस्यता दोनों से इस्तीफा दे दिया है। अब वह पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।
उनके इस्तीफे के कारण प्रदेश की राजनीति में बड़ा उल्टफेर होने के आसार बने गए है और उनका इस्तीफा भाजपा के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है। राजन सुशांत धूमल खेमे के निशाने पर रहे थे और उन्हें धूमल और उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद पार्टी से निलंबित कर दिया था।
राजन सुशांत 2009 में कांगड़ा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। इसके बाद
उन्होंने प्रदेश में सता में रही धूमल सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मोर्चा खोल दिया। जिसके चलते उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
शांताकुमार की ओर से सक्रिय राजनीति से संयास लेने की घोषणा करने के बाद उन्हें उम्मीद थी कि भाजपा उन्हें वापस पार्टी में ले लेगी। लेकिन धूमल व पार्टी अध्यक्ष सतपाल सती के विरोध के कारण वह पार्टी में वापस नहीं आ पाए।
सूत्रों के मुताबिक सुशांत को हिमाचल में आम आदमी पार्टी की कमान सौंपी जा रही है। सुशांत पिछले एक डेढ साल से आम आदमी पार्टी के नेताओं मनीष सिसोदया व बाकी नेताओं से संपर्क में है। सूत्रों के मुताबिक वह दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेताओं से भी मुलाकात कर रहे है।
राजन सुशांत ने धूमल सरकार के कार्याकाल में आरटीआई के जरिए प्रदेश में हुए भूमि सौदों के कागजात एकत्रित किए थे। इसके अलावा भी उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर धूमल सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला था। वह लोकसभा चुनाव जीतने से ज्वाली से भाजपा के विधायक थे। उस समय से ही पूव्र मुख्य मंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनकेरिश्तों के बीच खटास आ गई थी। धूमल सरकार में शिमला में उनके मकान को लेकर नगर निगम ने जांच भी कराई थी।
समझा जा रहा है कि अब राजन सुशांत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ एक साथ मोर्चा खोलेंगे।
हिलोपा भी तैयार पार्टी में शामिल करने को
भाजपा से इस्तीफा देने के बाद उन्हें हिमाचल लोकहित पार्टी अपने साथ जोड़ने के लिए तैयार है। हिलोपा अध्यक्ष महेश्वर सिंह ने कहा कि उनकी कुछ दिनों पहले सुशांत से बात हुई थी और उन्होंने भाजपा छोड़ने की बात कही थी। वह हिलोपा में आते है तो उनका स्वागत है।
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