शिमला। हिमाचल के वन्य जीव के इतिहास में शायद ये पहला मौका है कि जब जंगल के राजा को लकवा होने का मामला सामने आया हो। सुबह चौपाल के नेरवा से वाइल्ड लाइफ विभाग को जानकारी मिली की नेरवा में मंदिर के पास तेंदुआ सड़क में गिरा पड़ा
सुबह लोगों ने जब इसे सड़क पड़ा देखा तो वो डर गए। लेकिन ये काफी देर तक नहीं उठा तो गांव वालों को लगा कि इसे कुछ हो गया है। लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस और वन विभाग के अफसरों को दी।
हिमाचल के इस जंगल की राजा की नाजुक हालात देख वन विभाग ने शिमला से टीम और पिंजरा मंगवाया। शिमला से वाइल्ड लाइफ विभाग के अफसरों के अलावा तीन डॉक्टर वैटनरी विभाग से भी नेरवा के लिए रवाना हो गए।
मौके पर पहुंचने पर विभाग की टीम ने इसे ट्रेंकुजाइजर से बेहोश किया और पिंजरे में भर दिया। पिंजरे को गाड़ी में डाल कर टीम से शिमला ले आई।
चीफ वार्डन वाइल्ड लाइफ ए के गुलाटी ने कहा कि इसका शिमला लाकर इलाज किया जाएगा।
डीएफओ शिमला अशोक चौहान ने कहा कि इसे टांगों को लकवा हुआ है।अगर जरूरत पड़ी तो आप्रेशन किया जाएगा। सोमवार शाम तक ये बेहोश ही था।
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