शिमला।हिमाचल प्रदेश सरकार ने भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को लीज पर दी गई सभी जमीनों की लीज डीड को रदद कर धर्मशाला के अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टडियम, होटल पेवेलियन समेत सभी जमीनों को अपने कब्जे में ले लिया है। इस सारी कार्यवाही को वीरभद्र सिंह सरकार ने आधी रात को पुलिस पहरे में अंजाम दिया और अढाई बजे के करीब प्रशासन ने सभी संपतियों पर कब्जा जमा लिया।
जानकारी के मुताबिक शनिवार साढे दस बजे के करीब समाप्त हुई केबिनेट के बाद सभी संबधित जिला उपायुक्तों को जमीन तुरंत अपने कब्जे में लेने के आदेश दिए गए और प्रशासन तुरंत हरकत में आया और सारी कार्यवाही अढाई बजे तक अंजाम दे दी।
इस सारी कार्यवाही को सचिवालय से कार्यवाहक मुख्य सचिव पी मित्रा की ओर से मॉनिटर किया जाता रहा। सुबह तक सब जमीनों पर सरकार का कब्जा था।
सूत्रों के मुताबिक रात को एचपीसीए के प्रेस सचिव संजय शर्मा धर्मशाला में मौके पर पहुंच चुके थे। लेकिन तब तक सरकार सब कुछ अपने कब्जे में ले चुकी थी।सुबह मुख्यमंत्री प्रेम कुमार भी धर्मशाला पहुंच गए।
सूत्रों के मुताबिक केबिनेट में फैसला लिया गया कि एचपीसीए से जमीन वापस लेने के लिए पहले नोटिस न दिया जाए। केबिनेट का मानना था कि एचपीसीए ने खुद ही घोषणा कर दी है कि वो अब कंपनी है सोसायटी नहीं। इसलिए नोटिस देने की जरूरत नहीं है। एचपीसीए की ओर से 22 सितंबर 2012 को प्रस्ताव पास किया कि एचपीसीए को वो कंपनी में बदलने जा रहे है। इसके बाद एचपीसीए ने
एचपीसीए ने हाईकोर्ट और रजिस्ट्रार कोआपरेटिव के सामने कहा था कि एचपीसीए को कंपनी मे बदल दिया गया है।केबिनेट ने इन सब प्रस्तावों पर गौर कर आखिरी फैसला लिया।
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