शिमला। मांदर व धार गांवों के लिए बस सेवा को लेकर गांव धार, जुग, कांडा, मांजू डाबरी, चरेण मांदर के लोगों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि इस रूट पर चलने वाली बस आए दिन खराब हो जाती है। बस खराब होने पर मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को लगभग 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इससे स्कूल जाने वाले छात्रों, दफ्तर जाने वालों और दूसरे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जो लोग नौकरी या अन्य कामों के लिए शिमला आते हैं उन्हें भारी असुविधा होती है।
स्थानीय निवासी दीनू राम, रूप चन्द, मोहिन्द्र, संजू, अमीचन्द व भजन दास का कहना है कि हर तीसरे दिन बस का खराब हो जाती है। इस रूट पर केवल मात्र एक 27 सीटर बस चलती है जिसमें 80 से 90 के करीब सवारियां सफर करती हैं। ओवर लोड होने के कारण कभी भी कोई हादसा पेश आ सकता है।
स्थानीय लोगों ने कई बार परिवहन निगम प्रशासन से मौखिक और लिखित रूप में शिकायत भी की है लेकिन विभाग इसका कोई संज्ञान नहीं लेता। ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के पास भी गुहार लगाई लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। मंत्री से भी ग्रामीणों की आवाज़ को अनसुना कर दिया।
स्थानीय जनता ने विभाग से कई बार आग्रह किया है कि इस रूट पर और भी बसें चलाई जाए जिससे लोगों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो परंतु इसे भी विभाग ने कोई तवज्जो नहीं दी। अब ग्रामीणों का कहना है कि अगर उनकी बात को अनदेखा किया गया तो इसके खिलाफ लोग सड़कों पर उतर कर संघर्ष के लिए मजबूर हो जाएंगे। ग्रमीणों ने हिमाचल किसान सभा से भी आग्रह किया है कि उनकी समस्या के समाधान के लिए किसान सभा उनका साथ दे।
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