शिमला। प्रदेश भाजपा ने कांग्रेस की रोजगार संघर्ष यात्रा कांग्रेस की सत्ता संघर्ष की यात्रा करार देते हुए कहा है कि खुद सत्ता में रहकर नौकरियां बेचने वाले, चिटों पर नौकरियां देने वाले आज युवाओं को ठगने के लिए रोजगार संघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं। यह महज एक छलावा है। उन्होंने इस यात्रा को कांग्रेस का फ्लॉप शो करार दिया।
श्री नैना देवी जी से पूर्व विधायक और भाजपा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने इस यात्रा की कमान भी ऐसे लोगों के हाथ सौंपी जिनके परिवारों ने सत्ता में रहते न जाने कितने लोगों का रोजगार छीना। कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह और पूर्व मंत्री जीएस बाली के पुत्र रघुवीर सिंह बाली इस यात्रा के अगुवा बने हैं लेकिन इन दोनों नेताओं के परिवारों ने किस तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर अपने चहेतों को फायदा पहुंचाया यह हिमाचल का बच्चा-बच्चा जानता है। जब-जब चुनाव आते हैं कांग्रेस के लोग इस तरह की यात्रा निकालने लग जाते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के दिवंगत नेता जीएस बाली जब सरकार में मंत्री थे तो उनके विभागों में होने वाली भर्तियों में सिर्फ एक क्षेत्र के युवा भर्ती होते थे। सरकारी नौकरियों में सिर्फ जीएस बाली के क्षेत्र और रामपुर,रोहड़ू के लोगों को प्राथमिकता दी जाती थी। रणधीर शर्मा ने कहा कि 2012 में भी पूर्व मंत्री जीएस बाली ने ऐसी ही रोजगार यात्रा निकाली थी। लेकिन 2012 से 2017 तक वह खुद मंत्री रहे तो उन्होंने कितने लोगों को रोजगार दिलाया।
रणधीर शर्मा ने अब तो कांग्रेस के नेता भी रोजगार संघर्ष यात्रा से किनारा करने लगे हैं। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आश्रय शर्मा ने रोजगार यात्रा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कसंग्रेस के नेता इससे किनारा कर रहे हैं। कांग्रेस की रोजगार यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज सत्ता में आने के लिए रोजगार यात्रा के नाम पर जो भारी-भरकम खर्च कांग्रेस की ओर से किया जा रहा है उससे कितने ही युवाओं को स्वरोजगार के लिए मदद की जा सकती थी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को कांग्रेस के इन नेताओं से पूछना चाहिए कि जब प्रदेश में उनकी सरकार थी तब उन्होंने युवाओं के लिए क्या किया।
(5)