शिमला। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सीडी कांड की तरह ही हिमाचल प्रदेश में सरकार को मुश्किल में डाल देने वाली 1 घंटे 38 मिनट की एक और सीडी बाजार में उतरी है। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक सरकार की एजेंसियों के पास ये सीडी पहुंच गई है।कहा जा रहा है कि सीडी में एक मंत्री और ठेकेदार की बीच लेने देन की बातें रिकार्ड की गई है। एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सीडी में 19 फाइलें है। इन फाइलों में कई कुछ है। लेकिन ये सीडी असल है या फर्जी है इसे लेकर अभी -सभी जुबान बंद किए हुए है।
हालांकि से सब तभी आ पाएगा जब सीडी सामने आएंगी। इस तरह की सीडी सरकार की एजेंसियों के पास पहुंची है,ये बात सरकार के एक आला अफसर ने कबूल की है।इसके अलावा इस अफसर ने कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया है।समझा जा रहा है कि इस सीडी को कांग्रेस आलाकमान को भी भेजा गया है।बताते है कि ये ठेकेदार इस मंत्री का बेहद करीबी रहा है और कई इंतजाम यही करता रहा है।बताते है कि मंत्री और महिला की बातचीत भी इस सीडी मेें है।
एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सीडी को चंडीगढ़ केअलावा कई जगह सर्कुलेट किया गया है। सीडी के साथ एक चिटठी भी है। ये भी सरकार की एजेंसी के पास पहुंच गई है। समझा जा रहा है कि सीडी के सत्यता को सत्यापित किया जा रहा है। बातचीत पहले की है। बताते है कि सीडी को कोरियर के जरिए जगह -जगह भेजा गया है। उधर,राजनीतिक विशलेषकों का मानना है कि सीडी सही है या गलत ये तो बाद में पता चलेगा लेकिन प्रदेश में ये सीडी राजनीतिक तूफान खड़ा कर देने वाली है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार की खुफिया एजेंसियों के अलावा कांग्रेस के नेता दिन भर इस सीडी को लेकर मीडिया व एजेंसियों में अपने सूत्रों को फोन करते रहे है।
सूत्रों मुताबिक सीबीआई जांच की आंच में घिरे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के लिए ये सीडी राहत भरी हो सकती है। अभी तक उनका विरोधी धड़ा उनके भ्रष्टाचार को आलाकमान के पास पहुंचाता रहा है। अब सब बराबर हो गया है।
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