उना। प्रदेश की वीरभद्र सिंह सरकार के अढाई साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व उनके करीबी मंत्रियों में से एक मुकेश अग्निहोत्री ने आलाकमान व अपने विरोधियों को अपनी ताकत का एहसास करा दिया । साथ ही भीड़ एकत्रित कर आलाकमान को ये भी संदेशा भेज दिया कि जनता व पूरी केबिनेट उनके साथ है। इस रैली में कांग्रेस की ओर से प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अंबिका सोनी ने शिरक्त की । जहां वीरभद्र सिंह सरकार ने प्रदेश भाजपा व पूर्व मुख्यमंत्री धूमल पर हमला बोला वहीं अंबिका सोनी मोदी सरकार की महिला मंत्री स्मृति इरानी व राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर जमकर बरसीं।
सीबीआई की ओर से वीरभद्र सिंह के खिलाफ दर्ज की गई प्रारंभिक जांच के बाद उनकी कुर्सी पj लटकी तलवार की धार को कम करने का इशारा करते हुए अंबिका सोनी ने रैली में एलान किया कि वो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को इस रैली का संदेश देंगी। साफ है कि अंबिका सोनी आलाकमान के दरबार में वीरभद्र सिंह की पैरवी करेगी।उन्होंने कहा कि उनके लिए रैली में आए हजारों लोगों का मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के प्रति लोगों के प्यार व भरोसे का होना सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है।पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व भाजपा में उनके समर्थक के अलावा पार्टी में उनका विरोधी धड़ा उन्हें कुर्सी से बाहर करने का इंतजाम करने में लगा हुआ है।लेकिन अंबिका सोनी ने रैली में जो कहा उससे निश्चित तौर पर उनके विरोधियों को हलका सा झटका जरूर लगा है।
इस मौके पर अंबिका सोनी ने भाजपा शासित राज्य सरकारों पर कड़ा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे ललित मोदी का बचाव कर रही हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी का जि़क्र करते हुए कहा कि फर्जी डिग्री के मामले में विवादों में आने के बाद उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें स्वयं त्याग पत्र दे देना चाहिए अन्यथा प्रधानमंत्री उन्हें पद से हटा दें।
मौके की नजाकत देखते हुए वीरभद्र सिंह ने प्रदेश भाजपा के साथ – साथ मोदी सरकार पर भी जमकर हमला बोला। वीरभद्र सिंह ने विपक्ष के नेता हमेशा आलोचना और दूसरों पर कीचड़ उछालने का काम करते हैं।
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए वीरभद्र सिंह ने कहा कि चुनाव के समय जो आसमानी दावे एनडीए ने किए थे, वो धराशायी हो गए हैं। काला धन वापस लाने में केंद्र सरकार विफल रही है और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं में सब्सीडी प्रदान नहीं कर पाई है।प्रधानमंत्री ने उन्हें उनके जन्मदिन पर शुभकामनांए भेजी थी हालांकि मोदी की मातहत जांच एंजेसी सीबीआई ने वीरभद्र सिंह के खिलाफ प्रारंभिक जांच दर्ज कर रखी है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा ही रचनात्मक आलोचना का स्वागत करते रहे हैं, परन्तु प्रदेश में विपक्ष का रवैया हमेशा ही नकारात्मक रहा है और विधानसभा सत्र के दौरान भी विकासात्मक चर्चा में भाग लेने के बजाए विपक्ष हमेशा ही अपनी जिम्मेदारी से भागता रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह ठाकुर एवं सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने भी जनसभा को सम्बोधित किया।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा का प्रदेश के विकास में कोई भी योगदान नहीं है। परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने इस अवसर कहा कि सूचना और शिक्षा का अधिकार पूर्व यू.पी.ए. सरकार की देन है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में बांऊसरों को इजाजत नहीं देगी।
रैली को लेकर सबकी निगाहें उदयोग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री पर थी कि वो रैली में भीड़ जुटा पाते हें या नहीं। लेकिन वीरभद्र सिंह समर्थक मानते है कि वो इस मामले में कामयाब रहे। सूत्रों के मुताबिक रैली में राकेश कालिया ने जरूर थोड़ी अपनी नाराजगी जताई। उना में मुकेश व बाकी के कांग्रेस नेताओं के बीच छतीस का आंकड़ा है।मुकेश अग्निहोत्री ने इस मौके पर राजनीतिक जुमलेबाजी करने का कोई मौका नहीं गंवाया और भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि कि भाजपा ने इस आयोजन का सर्वाधिक प्रचार किया, क्योंकि वे हमेशा ही इस आयोजन के बारे में अप्रासंगिक ब्यानबाजी करते रहे। उन्होंने ये भी दिखाने का प्रयास किया किवो सीएम केबेहद करीबियों मेंसे एक है।
उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा मुख्यमंत्री को बदनाम करने का प्रयास करती रही है और पूर्व में वीरभद्र सिंह के खिलाफ दो मामले दाखिल किए गए, जिसमें मुख्यमंत्री पाक-साफ निकले। उन्होंने कहा कि सी.बी.आई. द्वारा वीरभद्र सिंह के खिलाफ एक मामले में प्रारम्भिक जांच विपक्ष द्वारा रचित राजनीतिक ड्रामा मात्र है, जबकि यह मामला पहले ही न्यायालय के विचाराधीन है।
वीरभद्र सिंह सरकार के अढाई साल का कार्याकाल पूरा होने पर उना में आयोजित रैली के रंग, देखें तस्वीरों के संग-:
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