शिमला। प्रदेश की वीरभद्र सिंह सरकार पर शराब माफिया हावी हो गया है। ये आरोप प्रदेश भाजपा के प्रमुख सतपाल सती ने लगाते हुए सरकार द्वारा शराब के ठेकों की नीलामी के फैंसले पर पलटने के पीछे भारी भ्रष्टाचार की आशंका व्यक्त की है।उनहोंने कहा है कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश के खजाने को करोड़ों रूपये की चपत लगेगी। पहले से खराब आर्थिक हालात से गुजर रहे प्रदेश के लिए सरकार का यह फैसला किसी अपराध से कम नहीं है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने धर्मशाला में हुई कैबिनेट में निर्णय लिया था कि प्रदेश में शराब के ठेकों की खुली नीलामी की जाएगी परन्तु मात्र 12 दिनों के पश्चात सरकार ने अपने ही इस निर्णय को बदल दिया और पुख्ता सूत्रों से इस बात की जानकारी मिली है कि सरकार ने यह निर्णय शराब माफिया के दबाव में लिया जो प्रदेश हितों के बिल्कुल खिलाफ है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा की जिम्मेदारी गृहरक्षक (होमगार्डस) से छीनकर निजी सुरक्षा एजेंसियों को दिए जाने के प्रदेश सरकार के निर्णय की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि सरकार के इस कदम से जहां प्रशिक्षित सैंकड़ो गृहरक्षकों के सिर पर नौकरी से निकाले जाने की तलवार लटक जाएगी वहीं निजी सुरक्षा एजेंसियों की अनुभवहीनता की वजह से सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अच्छे प्रशिक्षण के चलते प्रदेश का गृहरक्षक बल किसी भी स्तर पर प्रदेश पुलिस के जवानो से कम नहीं है। डिजास्टर मेनेजमैंट, फायर सर्विस, ट्रैफिक व्यवस्था और गृहरक्षा में प्रवीण होमगार्डस ने अपनी सेवाओं के चलते प्रदेशभर में नाम कमाया है। ऐसे में इनकी जगह निजी सुरक्षा एजेंसियों को हाॅस्पिटलो की सुरक्षा का दायित्व दिए जाने का फैंसला संदेह के बादल उत्पन्न करता हैं। प्रदेशहित में सरकार को इस फैंसले को तुरंत वापिस लेना चाहिए अन्यथा इस मामले को भाजपा इसी विधान सभा सत्र में पूरे दम खम से उठाएगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा प्रदेश में मजदूरों की दिहाड़ी 200 रुपए किए जाने की मांग को उचित ठहराते हुए प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह तुरंत इस दिशा में निर्णय करें और प्रदेश के सबसे गरीब तबके को 200 रू0 से ज्यादा दिहाड़ी करके उसको राहत पहुंचायें।
(0)