शिमला। कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को होने वाले मतदान से पहले भाजपा में शामिल हुए दो निदर्लीय विधायक देहरा से विधायक होशियार सिंह और जोगेंद्र नगर से प्रकाश राणा की विधायकी को रदद करने बावत दायर याचिका पर फैसला लेने की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वह विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार से इस याचिका का निपटारा राष्ट्रपति चुनावों के लिए होने वाले मतदान से पहले करवाने की मांग करेंगे।
याद रहे देहरा से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के वफादार वपूर्व मंत्री रविंद्र रवि को हराने वाले निर्दलीय विधायक होशियार सिंह और जोगेंद्र नगर से धूमल के समधी गुलाब सिंह को हराने वाले निर्दलीय विधायक प्रकाश राणा पिछले दिनों मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए थे।
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने दल -बदलू कानून के तहत इन दोनों की विधायकी को निरस्त करने की मांग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के सामने याचिका दायर कर दी थी। अब 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए देशभर में मतदान होना है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मतदान से पहले इन दोनों के मसले पर हमला होना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अदालत में भी इस मसले को ले जाएंगे। अग्निहोत्री ने कहा कि मामला विधानसभा अध्यक्ष के पार लंबित हैं वह उन्हीं से इसका मतदान से पहले निपटारा करने की मांग रखेंगे।
याद रहे राष्ट्रपति चुनावें को लेकर भाजपा जनतांत्रिक गठबंधन समर्थित प्रत्याशी दौपदी मुर्मू के प्रचार को लेकर कांग्रेस से कहीं आगे निकल गई है। इस बावत भाजपा विधायक दल की दो बार बैठकें भी बुला ली गई हैं । इनमें से एक जुलाई को बददी में हुई बैठक में तो मुर्मू ने खुद वोट मांगे। लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक इस बावत कहीं कुछ नहीं हुआ है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आलाकमान से जिस तरह के निर्देश होंगे उनका पालन किया जाएगा।
अनिल शर्मा पर सबकी निगाहें
उधर , एक अरसे से किनारे लगाए गए मंडी सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा मतदान के दिन क्या कदम उठाएंगे इस बाावत राजनीितिक गलियाररें में सबकी निगाहें लगी हुई है।
मुर्मू के समर्थन में भाजपा विधायक दल की बुलाई गई 23 जून और एक जुलाई की बैठकों से अनिल शर्मा नदारद रहे थे। बकौल अनिल शर्मा उन्हें बैठकों के बारे में देर से जानकारी दी गई। 23 जून को दोहर बाद तीन बजे बैठक थी व उन्हें सुबह 11 बजे फोन कर बुलाया गया जबकि एक जुलाई की बैठक को लेकर उन्हें 30 जून को देर शाम सुंदर नगर से विधायक राकेया जम्वाल का फोन आसा कि बैठक में चलना नहीं है।
शर्मा ने कहा कि उन्होंने जम्वाल को कहा कि सुह दस बबजे बैठक हें और अब रात को उन्हें बुलासा जा रहा है। ऐसे में इतने कम समय में बददी पहुंचना मुश्किल हैं व विधायक दल की बैठक में जो फैसला होगा वह उन्हें भी मान्य होगा।
याद रहे अनिल शर्मा को भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनावों से पहले से किनारे लगाया हुआ है। तब उनके पिता सुखराम और उनके पुत्र आश्रय शर्मा ने कांग्रसे में चले गए थे व आश्रय ने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लडा था व वह हार गया था। इसके बाद अनिल शर्मा को जयराम मंत्रिमंडल से हटना पडा था। अगर वह 18 जुलााई को मतदान के दिन क्रास वोअिंग भी करते है तो भी उनके मत से राष्ट्रपति के परिणाम पर कोई असर नहीं पडने वाला है। उनके मत की कीमत 51 है ।
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