शिमला/रिकांगपिओ। भाजपा की ओर से शुरू किए वीरभद्र हटाओ -हिमाचल बचाओ अभियान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि वह भाजपा व इसके नेताओं के रहमो-कर्म से प्रदेश के मुख्यमंत्री नहीं बने हैं। भाजपा प्रदेश के लोगों का विश्वास खो चुकी है तथा इसके नेता हमेशा घटिया राजनीति में शामिल रहते हैं। सीबीआई की ओर से वीरभद्र सिंह व बाकियों के 26 सितंबर को 13 ठिकानों पर मारे गए छापों के बाद सुप्रीम कोर्ट व दिल्ली हाईकोर्ट में चल रहे मुकदमों के चलते प्रदेश भाजपा ने उन्हें कुर्सी से हटाने का अभ्यिान छेड़ रखा है। वो भाजपाइयों के इसी अभियान को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे थे। उनके मामलों को लेकर चार नवंबर को दिल्ली हाईकोर्ट और पांच नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। भाजपा वीरभद्र सिंह,जांच एजेंसियों व अभियोजन पर दबाव बनाने की नीति पर चल रही है। ताकि वीरभद्र सिंह को सीएम की कुर्सी से हटाया जा सके।जबकि वीरभद्र सिंह मामलों को लंबा खींचने की रणनीति बनाए हुए है।
वीरभद्र सिंह की सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार धूमल व उनके दोनों बेटों के खिलाफ भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग को लेकर अदालतों में केस कर दायर कर रखे है।ऐसे में अगर वीरभद्र सिंह सता से हटते है तो इन भाजपाइयों को उम्मीद है कि उन्हें कुछ राहत मिलेगी।
प्रदेश भाजपा के साथ सथ उन्होंने मोदी सरकार को भी निशाने पर लिया और कहा कि केन्द्र में भाजपा नेतृत्व की एनडीए सरकार की नीतियों को सभी राज्यों में समान रूप से कार्यान्वित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारों को विशेष क्षेत्र एवं समुदाय के नाम पर पक्षपात नहीं करना चाहिए।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि देश भर में दालों एवं सब्जियों के आसमान छूते दामों से आम आदमी का जीना दूभर हो गया है, जबकि केन्द्र सरकार ने बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए हैं। जबकि प्रदेश सरकार राज्य के लोगों को सस्ती दरों पर दालें एवं खाद्य तेल उपलब्ध करवाने के लिए 250 से 300 करोड़ रुपये उपदान उपलब्ध करवा रही है।
मुख्यमंत्री आज किन्नौर जिले के रिकांगपिओं में राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव के समापन समारोह के अवसर पर बोल रहे थे।वो वहां पर भाजपा पर जमकर बरसे।
मुख्यमंत्री ने 3.72 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय डिग्री कालेज रिकांगपिओ के भवन की आधारशिला रखी। उन्होंने रिकांगपिओ पुलिस लाईन में 1.09 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पुलिस बैरेकों का उद्घाटन भी किया, जिसमें 28 व्यक्तियों के रहने की क्षमता है।
वीरभद्र सिंह ने छितकुल एवं निगुलसेरी में आयुर्वेदिक औषधालय के स्थान पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा यंगपा-दो में स्वास्थ्य उप-केन्द्र आरम्भ करने की घोषणाएं की। उन्होंने क्षेत्रीय अस्पताल, रिकांगपिओ में बिस्तरों की क्षमता को 100 से बढ़ाकर 200 करने, राजकीय उच्च पाठशाला, बरूआ को स्तरोन्नत कर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करने तथा कल्पा में कृषि विभाग के नाम से खाली पड़ी भूमि को बागवानी विश्वविद्यालय, नौणी को स्थानान्तरित करने की भी घोषणाएं की। इस भूमि पर प्रदर्शनी उद्यान स्थापित किया जाएगा, जहां बागवानों को आधुनिक तकनीक के बारे में प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे किसानों व बागवानों को नई बागवानी तकनीकों को अपनाने, फलों की नई प्रजातियों के उत्पादन में सहायता मिलेगी और उनकी आर्थिकी में भी वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस मैदान को स्टेडियम में परिवर्तित किया जाएगा, जिसके लिए मैदान के चारों पुराने ढांचों को गिराया जाएगा। उन्होंने पुलिस मैदान के रख-रखाव एवं सुधार के लिए एक करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तान-तिब्बत मार्ग का कार्य प्रगति पर है तथा जिले में विभिन्न सम्पर्क मार्गों के सुधार एवं चैड़ा करने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने शिक्षा क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं और प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि हुई है। हिमाचल प्रदेश देश के तेजी से विकसित हो रहे पहाड़ी राज्यों में एक है, जिसका श्रेय प्रदेश में अधिकांश समय तक रही कांगे्रस सरकारों को जाता है। उन्होंने कहा कि विकास के साथ-साथ हमें अपनी समृद्ध संस्कृति एवं रीति-रिवाजों तथा देव संस्कृति को भी सुरक्षित रखना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार एकता एवं अखण्डता के साथ-साथ प्रदेश के हर क्षेत्र के समग्र एवं संतुलित विकास पर विश्वास रखती है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि देश भर में दालों एवं सब्जियों के आसमान छूते दामों से आम आदमी का जीना दूभर हो गया है, जबकि केन्द्र सरकार ने बढ़ती
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