कुल्लू/शिमला। सीबीआई के शिकंजे में फंसे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धूमल परिवार व मोदी सरकार के केबिनेट मंत्रियों पर उनके खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप लगाते हुए एलान किया है कि धूमल परिवार की ओर से एचपीसीए में बरती गई अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।हालांकि उन्होंने उनके खिलाफ षडयंत्र रचने वाले मोदी सरकार केकिसी भी मंत्री का नाम नहीं लिया है लेकिन समझा जाता है कि उनका इशारा वित मंत्री अरुण जेटली की ओर है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि धूमल परिवार कुछ केन्द्रीय नेताओं के साथ मिलकर उनके खिलाफ षड़यंत्र रच कर केन्द्रीय जांच एजेंसियों पर जांच के लिए दबाव बना रहे हैं। लेकिन, उन्हें कानून पर पूरा विश्वास है और उन्होंने भरोसा जताया कि अन्ततः सच्चाई की ही जीत होगी।वह आज सप्ताह भर आयोजित अन्तरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव के समापन समारोह के अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में विपक्षी दल उनके खिलाफ हमेशा बदले की भावना से कार्य करता रहा है, लेकिन वह हर बार मजबूत होकर उभरे है। उन्होंने सिद्धांतों की राजनीति के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत प्रेम कुमार धूमल ने उन पर दो बार झूठे मामले बनाए और वह हर बार पाक-साफ होकर निकले। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों के स्नेह एवं विश्वास के कारण वह छठी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं।
वह खेल गतिविधियों के खिलाफ नहीं हैं, परन्तु जिस प्रकार राज्य में हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने अनिमितताएं बरती हैं, उन्हें सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि एचपीसीए यदि सहकारिता अधिनियम के तहत पंजीकृत होती है तो उसे पर्याप्त हिस्सा मिलेगा। उन्होंने परामर्श दिया कि एसोसिएशन लोकतांत्रिक रूप से कार्य करे और राज्य से चुने हुए सदस्यों को वोट देने का अधिकार दे।
देवताओं के ‘नजराने’ में 15 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राचीन मंदिरों के रख-रखाव के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा कि पहली मर्तबा ऐसे मन्दिरों, जिनकी भूमि सरकारी अधिग्रहण में है अथवा मुजारा के अन्तर्गत आती है, के लिए सचल कोष सृजित किया गया है, जिसके तहत प्रत्येक को 25 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा, कारदारों को हर संभव सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कुल्लू जिले के स्थानीय देवताओं की ‘नजराना’ राशि में 15 प्रतिशत वृद्धि करने की घोषणा की।
उन्होंने कन्या शिशु को समर्पित पारम्परिक कुल्लू लोकनृत्य (नाटी) को गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज होने पर जिला प्रशासन को बधाई दी। इस सामूहिक लोकनृत्य में कुल्लू जिला की 12000 से अधिक महिला नतृकों ने भाग लेकर न केवल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन किया, बल्कि कन्या शिशु की सुरक्षा का सन्देश भी दिया।
श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि पूर्व सरकार ने अटल सदन की आधारशिला रखी थी, लेकिन इसके लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि 14 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सभागार की उन्होंने आधारशिला रखी है, जिसके लिए 13.38 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत कर दी गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र से विभिन्न परियोजनाओं एवं विकास कार्यों के लिए वित्तीय सहायता धीमी है तथा योजना एवं गैर योजना के अन्तर्गत कुछ मदों से राज्य के लिए वित्तपोषण को भी वापिस ले लिया गया है।
वीरभद्र सिंह ने इस अवसर पर कन्या शिशु को समर्पित सी.डी. तथा कुल्लू दशहरा की स्मारिका का भी विमोचन किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर आयोजित फैशन शो के प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया।
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