शिमला।मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के भ्रष्टाचार के मामलों पर चर्चा करान की मांग को लेकर भाजपा विधायकों ने विधानसभा में जमकर नारेबाजी की।प्रश्नकाल शुरू होने से पहले स्पीकर बीबी बुटेल ने कहा कि जो मामले अदालत के अधीन है उन्हें सदन में न उठाएं।नियमानुसार मुददे उठाएं और स्पीकर की बात सुनें।भाजपा विधायक सुरेश भारदवाज ने कहा कि जब इस मसले पर सीएम का ब्यान हीो सकता है तो चर्चा क्यों नहीं हो सकती।
इस बीच विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल ने कहा जिस मसले पर सीएम ने बयान दिया उसी मुददे पर चर्चा क्यों नहीं हो सकती।उन्होंने कहा कि भाजपा सदस्यों की ओर से दिए गए नोटिस पर पुनर्विचार करे।इस बीच महेंद्र सिंह ने कहा कि अखबारों में सीएम के मामले को लेकर कई कुछ छप रहा है। इस पर चर्चा होनी चाहिए।स्पीकर ने कहा कि वह इस मामले को सदन में उठाने की इजाजत नहीं देंगे।इस बीच प्रश्नकाल शुरू हो गया। भाजपा सदस्यों की ओर से टीका टिप्पणी करने पर कांग्रेस विधायकों ने सदन में भाजप विधायकों के खिलाफ नारे बाजी शुरू कर दी।इस पर भाजपा विधायकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी और नारेबाजी के बीच प्रश्नकाल शुरू होगया।शोरशराबे और हंगामें के बीच धूमल सदन से बाहर चले गए और उनके साथ सारे भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया।
धूमल नहीं अदालत करेगी फैसला
विपक्ष के वाकआउट करने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सदन की कार्यवाही में रोजाना खलल डाालना विपक्ष की अादत हो गई है।धूमल और उनके बेटे के खिलाफ अदालत में दो मामले चल रहे है।क्रिकेट के नाम पर करोड़ों रुपए की जमीन हड़पी गई है।ये मुददे कहां है।वो ये न सोचे कि हमारे पास कहने के लिए कुछ नहीं है।लेकिन हम सदन की मर्यादा बरकरार रखना चाहते है। जब समय आएगा तो जरूर बोलेंगे।उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ चल रहे मामलों में फैसला धूमल नहीं देंगे,अदालत देगी।
(0)