शिमला।अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख इमाम – इमाम उमेर अहमद इलयासी ने योग गुरु बाबा रामदेव की ओर से की जा रही राजनीति को लेकर कहा कि उन्हें राजनीति नहीं करनी चाहिए। वो पत्रकारों की ओर से पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत में ओल्ड एज होम की अवधारणा को बंद कर देना चाहिए। वे आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के 44वें त्रिदिवसीय स्थापना दिवस के अन्तिम दिन के पहले सत्र में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
मज़हब के माइने विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपने माता-पिता का आदर करना चाहिए और अपने घर में ही उन्हें सम्मान देना चाहिए। इलयासी ने कहा कि मजहब वही है जो सबको एक साथ लेकर चले, एक दूसरे की बात समझे, इज्जत करे और सम्मान करे। उन्होंने कहा कि जो हो रहा है वह पूर्व निर्धारित है। आज हम कुरान को मानते हैं लेकिन कुरान की नहीं मानते इसी तरह गीता को पढ़ते हैं लेकिन उसका आचरण नहीं करते।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के कुलपति प्रो. जसपाल सिंह ने शायराना अंदाज़ में कहा कि अब कोई मज़हब ऐसा भी चलाया जाए जिसमें इन्सान को इन्सान बनाया जाए। उन्होंने कहा कि हमारे धर्मों में से कुछ गायब हो गया है जो नहीं होना चाहिए। आज धर्म कर्म-कांड तक सीमित हो गया है और इसके साथ आडम्बर जुड़ गए हैं।
दिल्ली से आए आचार्य ओ.पी.पाण्डेय ने कहा कि हमारी संस्कृति पर पश्चिम की सोच का प्रभाव पड़ रहा है। इस सोच के साथ-साथ विचार भी बदलने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्ण में से पूर्ण निकल जाए और पूर्ण रह जाए वही ईश्वर है।
पाण्डेय ने कहा कि नारी इश्वरीय रूप है क्योंकि पूर्ण नारी के गर्भ से उतपन्न पूर्ण शिशु बाहर आता है और नारी पूर्ण होती है इसलिए नारी को महा-शक्ति का रूप दिया है। हिमाचल प्रदेश के जाने-माने प्रमुख ज्योतिषाचार्य आचार्य लेख राज शर्मा ने भी मज़हब के माइने विषय पर अपने विचार रखे। कुलपति प्रो. ए.डी.एन.वाजपेयी ने ‘मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना- हिन्दी हैं हम वतन हैं हिन्दोस्तां हमारा- सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा’ पक्तियों को दोहराते हुए मज़हब के माइने विषय पर अपना व्याख्यान दिया।
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