शिमला। हिमाचल आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की तर्ज पर न्यूनतम मजदूरी 10हजार रुपए करने की मांग की है। पार्टी ने भ्रष्टाचार के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल दोनों को जिम्मेदार ठहरा कर अपनी राजनीति शुरू करने का आगाज कर दिया है।
राजधानी शिमला में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के प्रदेश संयोजक राजन सुशांत ने एलान किया कि पार्टी ने हिमाचल डॉयलॉग की पूरी तैयारी कर चुकी है और पार्टी समस्याएं उठाने के साथ -साथ समाधान भी सुझाएंगी। उन्होंने प्रदेश के आर्थिक संकट के लिए अपने राजनीतिक गुरू व वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार को क्लीन चिट देते इसका ठीकरा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के सिर फोड़ा। सुशांत ने कहा कि इनकी वजह से प्रदेश का कर्जा 30 हजार करोड़ के पार चला गया है।
आम आदमी पार्टी ने विभिन्न मुददों को लेकर आठ व 9जून को शिमला में धरना देने और 9जून को रैली करने का एलान किया गया है। रैली में पार्टी के नेता आशुतोष और संजय सिंह को बुलाया गया है।
आम आदमी पार्टी के नेता ने कांग्रेस और भाजपा के विधायकों को की बढे वेतन भतों पर भी सवाल उठाया और मांग की कि इस बढ़ोतरी को नैतिकता के आधार पर लागू न होने दे।
हिमाचल में लगे सीमेंट कारखानों के सीमेंट को प्रदेश में अन्य राज्यों से सस्ते करने की मांग की।सुशांत ने कहा कि प्रदेश में चोर दरवाजे से एंट्री पर पांबदी लगाई जाएगी।उन्होंने कहा कि बैकडोर एंट्री का कड़ा विरोध किया जाएगा। बड़े उदयोगों के बजाय सहकारित के आधार पर उद्योग लगाने की मांग की।
सुशांत ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार की मुख्य वजह गलत कर नीति है। इसे सुधारा जाएगा।धारा 188 भी भ्रष्टाचार की वजह है। अतिक्रमण को नियमित करने के लिए रिटेंशन नीति लाई जाएगी।
आम आदमी पार्टी की हिमाचल इकाई की ओर से अमल लाई जा रही गतिविधियों की झलक दिखलाती ये तस्वीरें-:
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