शिमला। आम आदमी पार्टी की हिमाचल इकाई ने प्रदेश में अस्पतालों व स्वास्थ्य सुविधाओं की चरमरा गई स्थिति के खिलाफ मोर्चा खोला है।पार्टी ने कहा है कि प्रदेश तो प्रदेश मुख्यमंत्री के अपने घर रामपुर में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। पार्टी ने इसके लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह पर निशाना साधा है। साथ ही इस अस्पताल की बदहाली की जांच की मांग की है।
पार्टी के पदाधिकारियों की एक टीम बीते दिनों पार्टी के प्रदेश प्रभारी हर्ष कालरा संग रामपुर के जोनल अस्पताल में दाखिल तेंदुएं के हमले के शिकार एक मरीज का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल में फैली अव्यवस्था को देखकर हैरान रह गए। पार्टी ने कहा कि अस्पताल में बिजली नहीं थी।मरीजों का परिवार एक खास केमिस्ट से दवाएं व सिरींज खरीदने को बाध्य थे। जबकि ये अस्पताल से सस्ते व मुफ्त में मिलनी चाहिए थी।एक्सरे व ओटी मशीन एक साल से काम नहीं कर रही है।जिसकी वजह से मरीजों को प्राइवेट डाक्टीरों के पास भेजे जा रहे है। मेडिकल कचरे के ढेर अस्पताल के नजदीक फैंके गए है।रोगी क्ल्याण समिति के नाम पर मरीजों से ज्यादा पैसा वसूला जा रहा है।आलम ये है कि अस्पताल की लिफ्ट बीमार है, वो चलती ही नहीं।
आम आदमी पार्टी ने कहा है कि ये अस्पताल मुख्यमंत्री के कुछ मीटरों की दूरी पर है और पांच जिलों के मरीज यहां पर आते है। लेकिन अस्पताल में बदहाली का आलम है।
पार्टी ने कहा है कि यही वजह है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री,मंत्री व सचिव सारे के सारे बाहरी राज्यों में इलाज करने दौड़ते है। लेकिन इन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी।
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