शिमला।
हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर दिनांक 20.01.2015 को विश्वविद्यालय के अस्थाई शैक्षणिक खंड शाहपुर में विशेष व्याख्यान आयोजित हुआ द्य गौरतलब है कि मुख्य वक्ता के तौर पर पंजाब विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोण् अरुण कुमार ग्रोवर की उपस्थिति देखने योग्य थी द्य प्रोण् अरुण कुमार ग्रोवर भौतिकी के क्षेत्र में प्रखर हस्ताक्षर हैं जिन्हें ष्एन एम आर एप्लीकेशन के लिए 1982 ईण् में ष्प्रथम युवा वैज्ञानिक ब्रुकर पुरस्कारष् से सम्मानित किया गया द्य भौतिकी के क्षेत्र में उनकी सार्थक उपलब्धियों के लिए 1995 ईण् में ष्होमी भाभा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पुरस्कारष् से सम्मानित किया गया द्य ष्भारतीय विज्ञान परिषदएबंगलौर ने 1997 ईण् में प्रोण् ग्रोवर को ष्राष्ट्रीय फेलोष् निर्वाचित किया द्य कई अन्य सार्थक उपलब्धियों से सम्मानित प्रोण् ग्रोवर शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण शख्सियत हैंए स्थापना दिवस के अवसर पर उन्हें सुनना विश्वविद्यालय परिवार के लिए खासा महत्वपूर्ण रहा द्य
प्रोण् ग्रोवर ने ष्भारत में उच्च शिक्षा की स्थिति रू उत्तर.पश्चिमी क्षेत्र के विकास के विशेष सन्दर्भष् में अपना वक्तव्य रखा द्य निश्चय ही उनके वक्तव्य ने शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को ऊर्जस्वित कियाएप्रेरित किया द्य अस्थाई शैक्षणिक खंडएशाहपुर में आयोजित इस विशेष व्याख्यान ने कई प्रतिबद्ध वैज्ञानिकों एवं महत्वपूर्ण हस्तियों के परिप्रेक्ष्य में पंजाब विश्वविद्यालय के योगदान को रेखांकित किया द्य प्रोण् ग्रोवर का व्याख्यान इस मायने में अनूठा रहा कि इस व्याख्यान के जरिए प्रोण् ग्रोवर ने यह बताने की चेष्टा कि कोई भी विश्वविद्यालय बिना विजन एवं सरोकारों के अधूरा है द्य यह बात उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय के सन्दर्भ में की द्य ध्यातव्य है कि पिछले वर्ष भारतीय विश्वविद्यालयों से संबंधित शोधगत.रिपोर्ट में उक्त विश्वविद्यालय को अव्वल दर्जा मिला द्य प्रोण् ग्रोवर ने उत्तरी .पश्चिमी क्षेत्र में शिक्षा के ऐतिहासिक क्रम का जायजा लिया और बताया कि वर्षों की मेहनतएलगन के बाद पंजाब विश्वविद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मुकाम हासिल हुआ द्य किसी भी संस्था को बनाने में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का दुहरा संवाद अपेक्षित है जिससे कोई भी संस्था महत्वपूर्ण बनती है द्य प्रोण् ग्रोवर ने अपने व्याख्यान के जरिये 1849 ईण् से लेकर स्वतंत्रता प्राप्ति तक उत्तरी पश्चिमी क्षेत्र में वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदों द्वारा किए जा रहे सराहनीय कार्यों का लेखा.जोखा प्रस्तुत किया द्य गौरतलब है कि प्रोण् शिवराम कश्यपए प्रोण् सर्वदमन चावला से लेकर अब्दुस्सलामए होमी भाभाएहरगोविंद खुरानाए तक एक लम्बी कड़ी है जिसे देखने की आवश्यकता है द्य प्रोण् ग्रोवर ने इस कड़ी में सर शान्ति स्वरूप भटनागर के विवध आयामी व्यक्तित्व को भी दर्शाया कि कैसे एक वैज्ञानिक होते हुए उन्होंने कलाएसाहित्य एवं मानविकी से खुद को जोड़ा एवं समाज में क्रांतिकारी बदलाव किए द्य रुचिराम साहनी के पुत्र बीरबल साहनीएप्रोण् हर गोविन्द खुराना एवं डॉण् पीण् एस गिल जैसे विद्वानों ने कैसे दिन.रात की मेहनत के बाद किसी संस्था को खड़ा किया इसे प्रोण् ग्रोवर ने झलक के तौर पर दिखाना चाहा द्य
हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोण् योगिन्द्र सिंह वर्मा ने हिमाचल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के विजन एवं सरोकारों को रखने का काम किया द्य विश्वविद्यालय के सामने भूमि प्राप्त करने एविज्ञान आदि संकायों के लिए लैब आदि की सुविधा हासिल करने के अलावा शैक्षणिक गुणवत्ता को बनाए रखने की चुनौती प्रबल है द्य माननीय कुलपति ने इस ओर भी इशारा किया कि कैसे विश्वविद्यालय में डिजिटल प्रौद्योगिकी के जरिये अस्ध्यापन का कार्य चल रहा है द्य कैसे शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के जरिये समाज को प्रत्याक्ष योगदान देने का काम किया जा रहा है द्य माननीय कुलपति कुलपति ने जोर देकर कहा कि भी विश्वविद्यालय बच्चे की शक्ल में है द्य जो चीज विश्वविद्यालय को महत्वपूर्ण बनायेगी वह है उसकी पारदर्शिता एवं निरपेक्षता की भावना द्य विश्वविद्यालय स्तर पर पारदर्शी प्रशासन की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है जिससे कि सार्थक तौर पर सामाजिक बदलाव को प्रखर किया जा सके द्य
कुलपति महोदय ने इस विशेष व्याख्यान की सराहना कीएक्योंकि इससे विद्यार्थियों की प्रतिभा को प्रेरणा एवं सही मार्गदर्शन मिलता है ।
कार्यक्रम के अंत में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोण् हंसराज शर्मा ने आभार ज्ञापन किया और बताना चाहा कि स्थापना दिवस का असली मंतव्य क्या है घ् प्रोण् शर्मा ने बताया कि मार्गदर्शकों द्वारा जो रास्ता प्रशस्त किया गया है उस पर चलते हुए निश्चय ही हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय वहां पहुंचेगा जहां उसे पहुँचना है द्य उस मुकाल को हासिल करेगा जो उसके विजन में प्रमुख है द्य
इस विशेष व्याख्यान में प्राक्टर डॉण् रोशन लाल शर्माण् वित्त अधिकारी श्री बीण् आर धीमानए विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्षएशोधार्थियोंए विद्यार्थियों आदि ने हिस्सा लिया द्य निश्चय ही इस कार्यक्रम से विद्यार्थी एवं शोधार्थियों ने भरपूर फ़ायदा उठाया द्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित इस व्याख्यान को लिया प्रेरक.पाठ के तौर पर लिया जाएगा जिससे कि विश्वविद्यालय को गति एवं दिशा मिल सके द्य
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