शिमला। पद्रेश भाजपा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर संगीन इल्जाम लगाते हुए कहा कि कौशल विकास योजना के तहत केवल उनके पुत्र विकमादित्य को रोजगार मिला हैं। प्रदेश में बाकी किसी को भी रोजगार नहीं मिला हैं। भाजपा के शिमला से विधायक व विधानसभा मे चीफ व्हीप सुरेश भारद्वाज नेि प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह का नाम लेकर कहा कि केवल उन्हें ही रोजगार मिला हैं। उन्हें कौशल विकास निगम में डायरेक्टर लगाया हैं।
ये पूछे जाने पर कि अगर भाजपा सता में आती हैं तो क्या वो बेरोजगारी भता सबको देगी।उनहोंने कहा कि भाजपा ये बाद में बताएगी अभी तो कांग्रेस सरकार से जवाब तलब कर रहें हैं।उन्होंने कहा कि चूंकि सरकार में मंत्री जी एस बाली, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खूू ,राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर इस मसले पर अपनी ही सरकार से सवाल उठा चुकी हैं।
भारद्वाज राजधानी में संवाददाताओं से रूबरू हुए थे।
उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ये दावा करते हैं कि घोषणापत्र को उनकी सरकार ने सरकारी दस्तावेज बना दिया हैं। ऐसे में वो बताएं की बेरोजगारी भते पर क्या स्थिति हैं। ये सवाल भाजपा विधानसभा के एक मार्च से शुरू हो रहे बजट सत्र में भी उठाएगी। कौशल विकास भते के नाम पर एचआरटीसी में कंडक्टर रखे गए थे उन्हें दो महीने महीने बाद निकाला जा रहा हैं।लाडलों को ही सेवा विस्तार दिया जा रहा हैं।
इस इल्जाम के अलावा उन्होंने कांग्रेस के नेताओं पर एक और बड़ा इल्जाम लगाया कि आउटसोर्स के तहत कांगेसी नेताओं की कंपनियाेें के जरिए केवल अपने लोगो को नौकरी पर लगाया गया हैं। उन्होंने किसी ब्लू लाइन नामक कंपनी का नाम भी लिया । ये पूछे जाने पर कि ये कंपनियां किस कांग्रेस नेता की हैं वो नाम बताएं । भारद्वाज बोले ,समय आने पर बताएंगे। ये पूछे जाने पर क्या अभी उनके पास नाम नहीं हैं तो बोले ,चार्जशीट में भी जिक्र किया गया हैं।उन्होंने किसी कांग्रेसी नेता का नाम नहीं लिया।
मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार जगत प्रकाश नडडा खेमे के माने जाने वाले भरद्वाज ने कहा राज्य में बैकडोर एंट्री का दौर चला हुआ हैं। चहेतों को नौकरियोंं दी जा रही हें व जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं।
बहरहाल ,आउटसोर्स पर रखे गए लोगों को बीजेपी सरकार सता आने में पर हटाएगी या नियमित करेगी,इस सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका जिक्र वो अपने घोषणा पत्र में करेंगे।संभ्ावत: भाजपा इस मसले पर खुद भी क्लीयर नहीं हैं।कम से कम भारद्वाज के जवाबों से तो यही लग रहा हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर व्यंग्य भी कसे व कहा कि लोग स्कूल खोलने की मांग रखते हैं तो वो वो बोलते हैं नहीं यहां वो कॉलेज खोलेंगे।लोग पटवार खाना खोलनेकी मांग लेकर आते हैं तो वो एसडीएम कार्यालय खोलने चले जाते हैं।जमीन पर कुछ नहीं हो रहा हें। मंडी में मेडिकल यूनिवर्सिटी खोलने की घोषणा की जा रहा हैं। वहां पर मेडिकल कॉलेज तक नहीं हैं।जबकि मेडिकल यूनिवर्सिटी आइजीएमसी में खोली जानी चाहिए थी। आईजीएमसी में सुपर स्पेशियलिटी के लिए पैसा आया हैं लेकिन अब कहा जा रहा है कि इनको मल्याणा में खोला जाएगा।अस्पताल से 10- 15 किलोमीटर दूर सुपर स्पेशियलिटी खोलने के कोई मायने नहीं हैं।जबकि आइजीएमसी में जगह हैं।आइजीएमसी में ट्रॉमा सेंटर नहीं खुल पाया, इंमरजेंसी शुरू नहीं हो पाई। केंद्र से तमाम चीजों के लिए पैसा आया हुआ हैं।
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