शिमला। प्रदेश युवा कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की कार्य प्रणाली को कटघरे में खडा करते हुए कहा कि भाजपा से आने वालों को कांग्रेस में टिकट दिए जा रहे है और युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों को दरकिनार किया जा रहा हैं। युवा कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि प्रदेश के बडे नेताओं ने अगर रवैया नहीं बदला तो युवा कांग्रेस के तमाम पदाधिकारी राज्य से लेकर ब्लाक स्तर तक सामूहिक इस्तीफे सौंप कर चुनावी जंग से किनारा कर लेंगे।
प्रदेश युवा कांग्रेस महासचिव प्रशासन जयवर्धन खुराना ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से आग्रह किया है कि इस बार हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों को भी टिकट वितरण में प्रतिनिधित्व दिया जाए । युवा कांग्रेस भाजपा सरकार को पिछले 3 सालों से हर मोर्चे पर घेरे हुए है और आम लोगों की लड़ाई को जमीन पर उतार कर सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है चाहे वो महंगाई, बेरोजगारी के लिए किए गए आंदोलन और हड़ताले हो या पेपर लीक मामले में भूखहड़ताल हो। कई बार जनता से जुड़े मुद्दों के लिए युवा कांग्रेस ने विधानसभा घेराव किया।
खुराना ने कहा कि इन आदोलनों के दौरान युवा कांग्रेस के अध्यक्ष निगम भंडारी की पुलिस बर्बरता से टांग भी फ्रैक्चर हो गयी थी व कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए पिछले 3 सालों में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिन रात एक कर दिया था।
उन्होंने कहा कि अब युवा कांग्रेस अपने कुछ पदाधिकारियों के लिए विधानसभा में प्रतिनिधित्व मांग रही है जो कि एक जायज मांग है । खुनाना ने कहा कि युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निगम भंडारी,कार्यकारी अध्यक्ष, राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश महासचिव ने पार्टी टिकट के लिए आवेदन किया है। दूसरी तरफ हिमाचल कांग्रेस के शीर्ष नेता आम और गैर राजनीतिक परिवारों से निकले इन युवा नेताओं को टिकट देने के मूड में नहीं है और हर बैठक में इनके नामों को काटने का प्रयास कर रहे है और भाजपा से आए लोगों को पार्टी टिकट देने के लिए जोर लगा रहे है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ये नेता अजीब सा माहौल युवा कार्यकर्ताओं के लिए तैयार कर रहे है। उन्हों ने आगाह किया कि हिमाचल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की इस अनदेखी से युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता अपना सब्र और मनोबल दोनों खो रहे है। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारि पार्टी की विचारधारा से बंधे है और पार्टी से बाहर नहीं जा सकते लेकिन हिमाचल के शीर्ष नेतृत्व ने अगर अपनी कार्यशैली को नहीं बदला तो मजबूरन प्रदेश युवा कांग्रेस का प्रत्येक विधानसभा से जिला और जिले से प्रदेश स्तर के पदाधिकारि अपना सामूहिक इस्तीफा राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंप देंगे जिसकी जिम्मेदारी हिमाचल कांग्रेस के नियुक्त किए गए बड़े नेताओं की होगी। उन्हों ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के बडे नेताओं को युवाओं को निराश किया है व इसका खामियाजा पार्टी को आने वाले चुनावों में भुगतना पडेगा।
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