शिमला। खुद भ्रष्टाचार के आरोपों को सामना कर रहे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भगवे के मुराद हुए हरियाणा के कांग्रेस नेता और विधानसभा के चुनावों के दौरान हिमाचल के प्रभारी रहे वीरेंद्र चौधरी को नैतिक व राजनीतिक तौर पर भ्रष्ट होने जुमला फेंका है।
वीरभद्र सिंह ने शनिवार को अपने टवीटर पर टवीट कर कहा कि जब वीरेंद्र चौधरी हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी थे तो उन्हें हिमाचल में संगठन को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
यहां है वीरभद्र सिंह की ओर किया गया टवीटVirbhadra Singh @virbhadrasingh 29h
Earlier as a Incharge of @HP_congress Chaudary Birender singh has ruined @INCIndia organisation he is morally & politically corrupt person
गौरतलब हो कि विधानसभा चुनावों के दौरान वीरभद्र सिंह को वीरेंद्र चौधरी ने बहुत परेशान किया था। कांग्रेस में वीरभद्र समर्थकों का तो यह भी आरोप था कि वीरेंद्र चौधरी भाजपा नेता व तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से मिले हुए थे।
वीरभद्र सिंह ने वीरेंद्र चौधरी को नैतिक और राजनीतिक तौर पर भ्रष्ट करार दे कर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। नैतिक तौर भ्रष्ट होने के क्या मायने लगाए जाए। क्या ये माना जाए कि वीरेंद्र चौधरी वीरभद्र सिंह से पैसे व दूसरी मांगे करते थे।वीरभद्र सिंह ने ये कोई खुलासा नहीं किया है। वीरभद्र सिंह शनिवार को भीदिल्ली में है। उन्होंने आज से पहले कभी ये खुलासा नहीं किया।चौधरी सोनिया-राहुल के निशाने पर जैसे ही आए वीरभद्र सिंह ने चौधरी को भ्रष्ट करार देने का कोई मौका नहीं गंवाया।वीरभद्र सिंह को मौजूदा प्रभारी राजीव शुक्ला को लेकर भी अपनी राय जाहिर करनी चाहिए। हिमाचल कांग्रेस का एक खेमा उन्हें भाजपा सांसद अनुरग का करीबी मानता है।
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