शिमला। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा भारी बारिश व बादल फटने के कारण जिन लोगों के भवनों को नुकसान पहुंचा और जमीन बह गई, उन्हें समुचित सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह आज मण्डी जिला के धर्मपुर उपमण्डल की उन चार पंचायतों के दौरे पर थे जिनमें भारी बारिश से सर्वाधिक नुकसान हुआ हैै। इस अवसर पर उनके साथ राजस्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव इन्द्र दत्त लखनपाल, आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अध्यक्ष राजेन्द्र राणा, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय कार्यकारी परिषद के सदस्य चन्द्र शेखर तथा जिला के संबंधित अधिकारी इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ थे।
मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन लोगों के भवन भारी वर्षा के कारण बह गए हैं, उन्हें तत्काल पर्याप्त राहत उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि धर्मपुर क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है, जहां बाढ़ व बादल फटने से गत माह भारी तबाही हुई थी।
वीरभद्र सिंह ने धर्मपुर उपमण्डल की चार पंचायतों के सात से अधिक गांव का दौरा किया। वह बरदाना, धारड़ी, धार, हरनयाला, तानेचर, लोअर तानेचर, बहालड़ा तथा थाटी के लोगों से मिले, जो सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र था और जहां लोगों के अनेक घर जमीन सहित बाढ़ में बह गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नालों का प्राथमिकता के आधार पर तटीकरण किया जाएगा ताकि नालों के किनारे बने घरों को सुरक्षा उपलब्ध हो सके। उन्होंने उपायुक्त को लोगों को पर्याप्त मात्रा में राहत उपलब्ध करवाने तथा उनके तत्काल पुनर्विस्थापन के निर्देश दिए।
वीरभद्र सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन लोगों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं दूसरी जगह जाना चाहते हैं, उन्हें पर्याप्त भूमि उपलब्ध करवाए जाए। उन्होंने कहा कि धर्मपुर उपमण्डल के सड़ी के निकट पर्याप्त मात्रा में वन भूमि उपलब्ध है और यदि धारड़ी व तानेचर गांव के लोग वहां जाने के लिए तैयार हों तो बिना किसी देरी के भूमि हस्तांतरण की औपचारिकताएं पूरी की जाए। मुख्यमंत्री ने सभी सड़कों की प्राथमिकता के आधार पर खोलने तथा मुरम्मत करने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र में विद्युत व सिंचाई योजनाओं के पुर्नबहाली के भी निर्देश दिए।
राजस्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार को क्षति की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है और केन्द्र सरकार से वित्तीय सहायता का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिन लोगों का भारी वर्षा के कारण नुकसान हुआ है, उन्हें तत्काल राहत के रूप में 78 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं और गत वर्ष अनुमानित 252 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन करके केन्द्र सरकार को भेजा गया था, जिसमें से पहली किश्त के रूप में प्रदेश को 96 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। प्रदेश सरकार ने भारत सरकार से शेष राशि शीघ्र उपलब्ध करवाने का मामला पुनः उठाया है ताकि लोगों को तत्काल राहत उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि धर्मपुर उपमण्डल के बाढ़ प्रभावित लोगों के बिस्थापन के लिए भूमि चिन्हित की जाएगी।
(0)