शिमला। 12सितंबर से बिलासपुर के टीहरा में टनल में मौत के जबड़े में फंसे दो मजदूरों बाहर जिंदा निकाल लिया गया है। दोनों मजदूरों ने बाहर आकर हाथ हिलाकर अपने स्वस्थ होने का सबूत दिया व साथ ही सबूत दिया कि वो कितने जीवट है। दोनों मजदूरों को बाहर निकालने के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया। मलबे में दबने के पांच दिन बाद इन दोंनाें मजदूरों से संपर्क हो पाया था और दोनों को सबसे पहले आक्सीजन पहुंचाई गई व इसके बाद इन्हें सूखे मेवे व बाकी खाने -पीने का सामान पहुंचाया गया ।
उधर,डीसी बिलासपुर मानसी सहाय ने कहा कि तीसरा मजदूर हरदय राम के जीवित होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ टीम पूरे एरिया को स्कैन कर रही है। सर्च टीम तलाश में जुट गई है।
बचाव कार्य में बार बार मुश्किलें आई और बोरिंग की बड़ी मशीन जयपुर से मंगाई गई। लेकिन वो उस समय खराब हो गई जब ड्रिलिंग का काम इन दोंनों मजदूरों के बिलकुल समीप था। बाद में मशीन को दुरुस्तकिया गयाऔर आज सांय पौनेचार बजे के करीब पहले एक मजदूर को बाहर लाया व उसके दस मिनट बाद दूसरे मजदूर को बाहर जिंदा व सुरक्षित निकाल लिया गया।
ये दोनों मजदूर 12 सितंबर को यहां बन रही टनल के धंसने के कारण मलबे में दब गए थे । जिला प्रशासन एनडीआरएफ व टनल का निर्माण करने वाली कंपनी इन दोनों मजदूरों को बचाने के लिए दिन रात एक किए हुए थे। डीसी बिलासपुर मानसी सहाय लगातार बचाव कार्य का जायजा ले रही थ।
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