शिमला। हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी पर अवस्थित एसजेवीएन लिमिटेड की 412 मेगावाट की रामपुर जलविद्युत परियोजना ने उत्तरी ग्रिड के साथ इसकी छठी एवं अंतिम 68.67 मेगावाट यूनिट को आज कुल्लू जिले के बायल गांव स्थित परियोजना के विद्युत गृह में कमीशन कर दिया गया है । रामपुर जलविद्युत परियोजना की पहली यूनिट दिनांक 20 मार्च 2014 को कमीशन की गई थी।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशकए एसजेवीएन आर पी सिंह ने बताया कि प्रत्येक 68.67 मेगावाट की छः वर्टिकल एक्सिस फ्रांसिस टरबाईनें कमीशन कर दी गई हैं ।उन्होंने यह भी बताया कि परियोजना से 1770 मिलियन यूनिट का सालाना बिजली उत्पादन होगा जिसमें से 30 प्रतिशत की आपूर्ति कंपनी के इक्विटी भागीदार गृह राज्य हिमाचल प्रदेश को की जाएगीए जो 12 प्रतिशत मुफ्त बिजली के अलावा होगी । शेष बिजली की आपूर्ति उत्तरी ग्रिड के राज्यों हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, पंजाब,राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, चंडीगढ़ व दिल्ली को की जाएगी।
रामपुर जलविद्युत परियोजना का निर्माण एसजेवीएन के स्वामित्व एवं प्रचालन वाले भारत के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के अपस्ट्रीम नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन के दूसरे चरण के रूप में किया गया है । रामपुर जलविद्युत परियोजना एक विशिष्ट परियोजना है जिसे नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन के निकासी जल का उपयोग करके अग्रानुक्रम में प्रचालित किया जाएगा।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी की शीघ्र ही रामपुर जल जलविद्युत परियोजना को राष्ट्र को समर्पित किए जाने की आशा है ।
हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी पर अवस्थित एसजेवीएन लिमिटेड की 412 मेगावाट की रामपुर जलविद्युत परियोजना ने उत्तरी ग्रिड के साथ इसकी छठी एवं अंतिम 68.67 मेगावाट यूनिट को आज कुल्लू जिले के बायल गांव स्थित परियोजना के विद्युत गृह में कमीशन कर दिया गया है । रामपुर जलविद्युत परियोजना की पहली यूनिट दिनांक 20 मार्च 2014 को कमीशन की गई थी ।
सिंह ने बताया कि प्रत्येक 68.67 मेगावाट की छः वर्टिकल एक्सिस फ्रांसिस टरबाईनें कमीशन कर दी गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि परियोजना से 1770 मिलियन यूनिट का सालाना बिजली उत्पादन होगा जिसमें से 30प्रतिशत की आपूर्ति कंपनी के इक्विटी भागीदार गृह राज्य हिमाचल प्रदेश को की जाएगीए जो 12प्रतिशत मुफ्त बिजली के अलावा होगी।
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