शिमला। भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व सोनिया गांधी के खिलाफ नालगढ़ के रामशहर में कार्यकर्ताओं की सभा में अपशब्द कहने के मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने उन पर गाज गिरा दी है। चुनाव आयोग ने कल 20 अप्रैल से सुबह दस बजे के बाद से उन पर आगामी 48 घंटों तक प्रचार करने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। चुनावों के इस मौके पर
यह प्रदेश भाजपा के लिए बहुत बड़ा झटका है।
चुनाव आयोग के सचिव राहुल शर्मा की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक सत्ती कोई भी जनसभा,जुलूस,रैली नहीं कर सकेंगे। इसके अलावा उन पर किसी भी तरह के रोड शो करने पर भी पांबदी लगा दी है। यही नहीं आदेशों में कहा गया है कि सती प्रिंट,इलैक्ट्रानिक ही नहीं सोशल मीडिया पर चुनावों से संबंधित किसी तरह के साक्षात्कार देंगे व न ही टिप्पणियां करेंगे।
चुनाव आयोग ने यह कार्यवाही सती की ओर से नालागढ़ के रामशहर मेंं दिए भाषण के बाद जिला चुनाव अधिकारी सोलन की ओर से भेजे नोटिस का जवाब मिलने के बाद की है। चुनाव आयोग सती के जवाब से असंतुष्ट रहा है और उनकी बदजुबानी का आचार संहिता का उल्लंघन माना है।
उधर,अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी दलीप नेगी ने कहा है कि चुनाव आयोग ने यह पाबंदी सती को भेजे पहले नोटिस के आधार पर लगाई है। उन्होंने कहा कि दूसरे नोटिस पर सती का जवाब आ गया है और यहां से उसे चुनाव आयोग को दिल्ल्ी भेज दिया है। इस बावत अभी दिल्ली चुनाव आयोग से कुछ नहीं आया है।
याद रहे सती ने रामशहर के बाद ऊना के अंब में सभा में राहुल गांधी को लेकर कहा था कि वह अपनी मांग को अभ्ी तक बहू नहीं ला पाए है ऐसे में वह प्रधानमंत्री क्या बनेंगे। इसके अलावा उन्होंने प्रियंका गांधी के पहनावे पर भी टिप्पणियां की थी। सती का यह भाषण चुनव आयोग की ओर से निगरानी के लिए बनाई गई टीमों की ओर से की गई वीडियो रिकार्डिंग में रिकार्ड हो गया था। इस का संज्ञान लेते हुए अंब के एसडीएम व सहायक चुनाव अधिकारी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मान कर उन्हें नोटिस भेज
दिया था। सती ने इस नोटिस का जवाब दे दिया है व किसी तरह की बदजुबानी से इंकार किया है। चुनाव अधिकारी ने उनके जवाब को आगामी कार्यवाही के लिए चुनाव आयोग को भेज दिया है।
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