शिमला। जिला सोलन के परवाणु के समीप टिंबर ट्रेल की रज्जू मार्ग पर केबल कार के बीच में फंसे सभी 11 सैलानियों को करीब साढे पांच तक चले आपरेशन के बाद सुरक्षित बचा लिया गया है। यह सैलानी इस केबल कार में पांच घंटे से ज्याीदा समय तक जिंदगी व मौत के बीच झूलते रहे। लेकिन बाद में सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया तो सभी ने राहत की सांस ली।
आज सुबह दिल्लीे से आए सैलानी जिनमें छह पुरुष और पांच महिलाएं थी केबल कार के जरिए परवाणु के समीप ट्रिंबर ट्रेल से ऊपर चोटी की तरफ गए। लेकिन तकनीकी खराबी के कारण इनकी केबल कार बीच में जमीन से करीब 35 सौ फुट ऊपर फंस गई। इसके इस केबल कार में फंसे सभी सैलानियों की जान करीब साढे पांच घंटे तक अटकी रही। यह पांच परिवारों के सदस्य थे।
इस तरह केबल कार के बीच में फंस जाने की जानकारी मिलने के बाद परवाणु पुलिस से लेकर एनडीआरएफ पंचकूला व नालागढ को जानकारी देकर बचाव कार्य में जुटने के लिए बुलाया गया। इसके अलावा टिंबर ट्रेल के तकनीकी कर्मचारी भी बचाव व सुरक्षा कार्य में लगे । एक दूसरी केबल कार को फंसी केबल कार तक पहुंचाया गया व इसे पहाडी पर लाया गया। इस पहाडी व फंसी केबल कार की दूरी दो सौ फूट के करीब थी। इसके बाद रस्सी के सहारे एक –एक करके सैलानियों को नीचे पहाडी पर उतारा गया ।
हालांकि केबल कार में फंसे सैलानियों ने अपना वीडियो भी जारी किया व कहा उनमें से कई उम्र दराज है और मधुमेह और अन्य बीमारियों से भी ग्रसित है ऐसे में उन्हें इस तरह नहीं उतारा जा सकता।
लेकिन अन्य कोई रास्ता नहीं था । उधर मौसम खराब होने की वजह से बचाव व राहत कार्य में कठिनाई भी आई।
डीएसपी परवाणु प्रणव चौहान ने कहा कि पुलिस को सुबह ग्यारह- साढे 11 बजे के करीब सूचना मिली कि साढे दस से 11 बजे के करीब कुछ सैलानी जो केबल कार के जरिए ऊपर चोटी की ओर गए थे उनकी केबल कार बीच में फंस गई है। इसके बाद तुंरत बचाव व राहत दल को मौके पर भेजा गया। टिंबर ट्रेल के कर्मचारियों को बचाव व राहत कार्य में लगाया व साढे चार बजे तक सभी सैलानियों को एक –एक करके रस्सी के सहारे सुरक्षित नीचे उतार लिया गया था। उन्हों ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम को पंचकूला से बुलाया गया था।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहुंचे मौके पर
इस तरह सैलानियों की केबल कार फंस जाने की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद मौके का जायजा लेने के लिए हमीरपुर से परवाणु की ओर से रवाना हुए। इस बीच उन्होंने फंसे सैलानियों से उनके मोबाइल नंबर पर बातचीत भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सैलानियों को भरोसा दिलाया कि उन्हेंं सकुशल निकालने के भरसक प्रयास किए जा रहे है। वह चिंता न करे। मुख्य मंत्री ने कहा कि बारिश के कारण बचाव व राहत कार्य में बाधा आई लेकिन सभी को सुरक्षित निकालने में कामयाबी मिली । मुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी सारी जिंदगियां फंसी थी तो चिंता तो हो ही रही थी। बचाव व राहत कार्य पूरा होने के बाद शाम को मुख्यमंत्री परवाणु से शिमला के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री आज हमीरपुर में भाजपा के त्रिदेव सम्मेलन में भाग लेने गए थे।
मामले की जांच होगी
मुख्य मंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। रिपोर्ट मंगा ली गई है । अगर कहीं कोई खामी पाई गई तो कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि अब बरसात का मौसम आ गया है। धंसने व लहासे गिरने वाले स्थल पहले से चिन्हित है। ऐसे में सैलानियों का हिमाचल में स्वागत है लेकिन वह इन चिन्हित स्थलों में जाने से जितना हो सके परहेज करे और अगर जाना ही है तो प्रशासन को जानकारी देकर जाए।
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