कांगड़ा। आईआईटी मंडी के दीक्षांत समारोह में शामिल होने दिल्ली से रवाना हुए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी खराब मौसम के कारण मंडी तो नहीं पहुंच सके लेकिन वो देश भर में विख्यात तंत्र की देवी बगलामुखी के शरण में जरूर पहुंच गए। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने यहां पर हवन किया और तंत्र की देवी का आशीर्वाद लिया।
बगलामुखी मंदिर में देश के बड़े –बड़े राजनेता अपने कामनाओं को लेकर तांत्रिक यज्ञ व अनुष्ठान कराते है। प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल जब भी राजनीतिक संकट में होते है तो वो तंत्र की देवी की शरण में जरूर जाते है।
राष्ट्रपति आईआईटी मंडी के कंवोकेशन समारोह में नहीं जा सके। आईआईटी में उनका संदेश बोर्ड आॅफ गर्वनर के अध्यक्ष एम. नटराजन ने पढ़ा। जब राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी बगलामुखी में तांत्रिक अनुष्ठान में भाग ले रहे थे तो नटराजन मंडी आईआईटी में उनके संदेश को छात्रों के बीच पहुंचा रहे थे। उन्होंने अपने संदेश में छात्रों से विज्ञान, तकनीकी एवं गुणात्मक शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने का आह्वान किया।
सुबह कांगड़ा के सपड़ी में उनका अगुवाई हिमाचल प्रदेश के शहरी आवास मंत्री सुधीर शर्मा ने की।
यहां देखे कुछ और तस्वीरें-:
(2)